Bhadohi में 566 ओवरलोड वाहनों के परमिट निरस्त करने की संस्तुति, रीजनल ट्रांसपोर्ट एथारिटी को भेजा गया पत्र
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार ने अप्रैल से अक्टूबर माह तक 566 ओवरलोड वाहनों के परमिट निरस्त करने की संस्तुति की है। संबंधित रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी को पत्र भेजा है। अभियान के तहत वाहन स्वामियों से 73.25 लाख रुपये वसूली भी की गई।
भदोही, जेएनएन। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार ने अप्रैल से अक्टूबर माह तक 566 ओवरलोड वाहनों के परमिट निरस्त करने की संस्तुति की है। संबंधित रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी को पत्र भेजा है। अभियान के तहत वाहन स्वामियों से 73.25 लाख रुपये वसूली भी की गई।
ओवरलोड वाहनों के संचालन से समय से पूर्व सड़कें टूटकर नष्ट हो जाती हैं, इसको लेकर सरकार की ओर से भी शिकंजा कस दिया गया है। बेधड़क चल रहे ओवरलोड वाहनों से परिवहन विभाग के अधिकारी भी लाल हो जा रहे हैं। धांधली मिलने पर मामले की एसआइटी जांच कर रही है। ओवरलोड वाहनों से वसूली के मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में तैनात सिपाही योगेंद्र ङ्क्षसह का भी नाम शामिल था। एसआइटी टीम ने नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया भी था। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि अप्रैल से अक्टूबर तक 566 ओवरलोड वाहनों के परमिट को निरस्त करने की संस्तुति की गई है। बताया कि लाइसेंस भी निरस्तीकरण के लिए संबंधित संभाग में भेजा जाता है।
कैसे चलता है परमिट बेचने का खेल
परिवहन विभाग में परमिट बेचेने का खेल चलता है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ओवरलोड वाहनों को सड़क पर पकड़ते हैं। उनके परमिट सहित अन्य अभिलेख ले लिया जाता है। संबंधित लिपिकों द्वारा हथेली गरम कर परमिट को निरस्त करने की संस्तुति करने के बजाए वापस कर दिया जाता है। इसके एवज में मोटी रकम की वसूली की जाती है।
नहीं किया गया एक भी परमिट निरस्त
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी की ओर से परमिट निरस्त करने की संस्तुति भले ही कर दी जाती है लेकिन एक भी परमिट निरस्त नहीं होते हैं। अभी तक विभाग को इसकी कोई सूचना भी नहीं है। जिले में भी ओवरलोड वाहनों के कितने परमिट निरस्त कर दिया गया है। इसकी भी जानकारी विभाग को नहीं है।