करखियांव से उद्यमियों के पलायन मामले में यूपीसीडा सीईओ से पत्रावली तलब
जागरण संवाददाता वाराणसी करखियांव एग्रो इंडस्ट्री से उद्यमियों के पलायन की खबरों का औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने संज्ञान लिया है। इस संबंध में यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी से पत्रावली तलब की है। सीईओ को भेजे पत्र में खबरों की सच्चाई की जानकारी मांगी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : करखियांव एग्रो इंडस्ट्री से उद्यमियों के पलायन की खबरों का औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने संज्ञान लिया है। इस संबंध में यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी से पत्रावली तलब की है। सीईओ को भेजे पत्र में खबरों की सच्चाई की जानकारी मांगी है। पूछा है कि क्या वाकई एग्रो इंडस्ट्री से उद्यमियों का पलायन हो रहा है। अगर उत्पीड़न की वजह से उद्यमियों का पलायन हो रहा है तो इसके लिए दोषी कौन है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
मंत्री को करखियांव स्थित एग्रो पार्क में करीब आधा दर्जन फैक्ट्रियां बंदी की कगार पर पहुंचने और दो फैक्ट्रियों में ताला लगने की समाचार पत्रों से खबर मिली थी। इसका कारण यूपीएसआइडीसी व यूपीसीडा द्वारा उत्पीड़न बताया जा रहा है। इसमें उद्यमियों का आरोप है कि प्रदूषण विभाग कोई भी इंडस्ट्री चलने नहीं दे रहा। बेवजह ईटीपी (इनफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट) के नाम पर नोटिस जारी कर परेशान किया जा रहा है। वहीं यूपीसीडा भी एसटीपी लगाने के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। जब कि करखियांव एग्रो इंडस्ट्री में उद्योग चलाने के लिए ईटीपी लगाने की जिम्मेदारी प्रदूषण विभाग की होती है। इसके लिए उद्यमियों को बाध्य किया जा रहा है।
सीईओ को भेजे पत्र में खबरों की सच्चाई की जानकारी मांगी है। पूछा है कि क्या वाकई एग्रो इंडस्ट्री से उद्यमियों का पलायन हो रहा है। अगर उत्पीड़न की वजह से उद्यमियों का पलायन हो रहा है तो इसके लिए दोषी कौन है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई।