भदोही में तड़के घने कोहरे के कहर के बीच कार ट्रक में घुसी, दो लोगों की मौके पर ही मौत
कार से जा रहा परिवार भदोही जिले में हादसे का शिकार हो गया। मारुति गाड़ी से जा रहे परिवार का वाहन औराई तहसील रोड आनन्द हॉस्पिटल के सामने खड़ी ट्रक में जा घुसा। हादसे में आगे बैठी मांं सरस्वती और पुत्री लखन की मौत हो गई।
भदोही, जेएनएन। कलकत्ता से नई दिल्ली अपने घर परिवार के साथ कार से जा रहा परिवार भदोही जिले में हादसे का शिकार हो गया। मारुति गाड़ी से जा रहे परिवार का वाहन औराई तहसील रोड आनन्द हॉस्पिटल के सामने खड़ी ट्रक में जा घुसा। हादसे में आगे बैठी मांं सरस्वती और पुत्री लखन की मौत हो गई। हादसे में अमित सिंघानिया (36), क्रांति (16), अनिल (23) को चोट ज्यादा लगने से औराई हॉस्पिल से वाराणसी ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया गया।
तड़के ही हादसे की जानकारी होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे की जानकारी लेने के साथ घायलों को अस्पताल भेजा। पुलिस के अनुसार गोपीगंज से अमित नेनींद आने की वजह से गाड़ी चलाने के लिए अनिल को दे दिया था। घने कोहरे की वजह से अचानक हादसा होने के बाद चीख पुकार मच गई और लोगों का जमावड़ा होने के साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे कोतवाल सब को औराई हॉस्पिल ले गए जहां डॉक्टरों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं रह रहकर बरसात होने के साथ ही कोहरा घना था। सुबह करीब छह बजे हादसे का समय पुलिस ने बताया है। वहीं विधिक कार्रवाई के लिए पुलिस ने शव का पंचनामा भर कर अन्य परिजनों को सूिचित कर दिया है।
औराई क्षेत्र के तहसील रोड के पास बुधवार की सुबह हाइवे पर खड़े ट्रक में कार ने जोरदार टक्कर मार दी। तेज आवाज सुनकर आस-पास के लोग बड़ी संख्या में पहुंच गए। जब तक लोग राहत कार्य में लगते तब तक दो महिलाओं की मौत हो चुकी थी। किसी तरह कार से घायल तीन लोगों को बाहर निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां पर चिकित्सकों ने वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर भेज दिया। हादसे के बाद चालक फरार हो गया, जबकि ट्रक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
नई दिल्ली निवासी अमृत सिंह अपनी कार से सरस्वती पत्नी लखन, सुमन पुत्री लखन, अमित कुमार और क्रांति देवी को कोलकाता से लेकर घर लौट रहे थे। वह जैसे ही औराई तहसील रोड के सामने पहुंचे थे कि कोहरा होने के कारण सामने खड़े ट्रक को नहीं देख पाए और जोरदार टक्कर मार दी। इस पर सवार सरस्वती और सुमन की मौके पर मौत हो गई जबकि अमृत सिंह, अमित कुमार और क्रांति देवी गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस ने घटना की जानकारी मृतकों के परिजनों को दे दी है जो जल्द ही जिले में पहुंच जाएंगे।
मौत खींच लाई ओवरब्रिज के नीचे
कोलकाता से पूरे परिवार के साथ दिल्ली जा रहे परिवार के लोगों को ओवरब्रिज से ही निकल जाना चाहिए था। उन्हें सर्विस लेन पर जाने की जरूरत ही नहीं थी। बताया जाता है कि अमृत सिंह को रेस्ट देते हुए कार को अमित कुमार सिंघानिया ही चला रहे थे लेकिन औराई के पास चाय-नाश्ता करने के बाद कार अमृत सिंह को चलाने के लिए दे दिए। ओवरब्रिज से ही निकल जाते तो शायद इस हादसे से बच जाते।