देर रात सुर-साज की जुगलबंदी ने दर्शकों का मन मोहा
वाराणसी : रोहनिया क्षेत्र में शनिवार की रात को शास्त्रीय संगीत सन्ध्या का आयोजन किया गया। रात को 12
वाराणसी : रोहनिया क्षेत्र में शनिवार की रात को शास्त्रीय संगीत सन्ध्या का आयोजन किया गया। रात को 12 बजे तक चले इस कार्यक्रम में वाद्य यंत्रों एवं गायन की गूंज रही। संगीत संध्या में प्रथम प्रस्तुति की तबला जुगलबंदी की रही। जिसमें बनारस घराने के युवा साधक आनंद मिश्र और सिद्धात मिश्र ने तीन ताल पर अपनी प्रस्तुति दी। बनारस घराने के बोलों को धुनों में पिरोकर वाहवाही लूटी वहीं हारमोनियम पर संगत शक्ति मिश्र ने की।
दूसरी प्रस्तुति गायन की रही जिसमें प्रदीप श्रीवास्तव ने राग बागेश्री में बंदिश सुनाया और कबीर के भजन से समापन किया। तबले पर उनका साथ सिद्धात मिश्र और गिटार पर विकास कुमार ने संगत किया। तीसरी व आखिरी प्रस्तुति ख्यात संतूर वादक पं भजन सोपोरी के शिष्य दिव्याश हर्षित श्रीवास्तव के संतूर वादन से हुआ। उन्होंने राग कौशिक रंजनी में आलाप के बाद पखावज अंग से जोड़ किया। तत्पश्चात साढ़े दस मात्रा में गत बजाया फिर द्रुत तीनताल में तबले और संतूर की जुगलबंदी से समापन किया। तबले पर उनका साथ कृष्ण कुमार उपाध्याय और आदित्य मिश्रा ने कुशल संगत की। कार्यक्त्रम के मुख्य अतिथि बनारस खराने के महान तबला वादक पं. पूरन महाराज जी रहे। कार्यक्रम का संचालन कवि शशिकात मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन भाजपा की जिला मंत्री अन्नपूर्णा श्रीवास्तव ने किया। यह आयोजन रंजीत जायसवाल एवं मा शाता जायसवाल के सानिध्य में हुआ। इस दौरान कलाकारों की विभिन्न प्रस्तुति से क्षेत्र गूंजायमान रहा। उनकी मन मोहक प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। आयोजन के अंत में कलाकारों को पुरस्कृत भी किया गया।