हिचकोले खाते मुख्यमंत्री ने देखा बनारस का 'विकास', 76 मिनट का स्थलीय निरीक्षण
पीएम के संसदीय क्षेत्र में जमीनी हकीकत बेहद खराब है, देर रात जायजा लेने के बाद सीएम ने हिदायत दी।
वाराणसी : पीएम के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यो की जमीनी हकीकत बेहद खराब है। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह 29वां दौरा था लेकिन आश्चर्यजनक बात रही कि सीएम खुद हिचकोले खाते बनारस का 'विकास' देखे। करीब 76 मिनट के रात्रि भ्रमण दौरे ने बनारस में विकास कार्यो की लापरवाही की कलई खोलकर रख दी। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, गड्ढों में भरा बारिश का पानी, कई जगहों पर नदारद सुरक्षाकर्मी और सड़क पर विचरण करते जानवर यह तनिक भी आभास नहीं करा रहे थे कि सीएम पीएम के संसदीय क्षेत्र की विकास की हकीकत जानने निकले हैं। जिन मार्गो पर मुख्यमंत्री को जाना था उन सड़कों की सुधि तक नहीं ली गई। खस्ताहाल सड़कों के चलते मुख्यमंत्री की बढ़ी बेचैनी ने बनारस में विकास का ढि़ढोरा पीटने वाले राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी को भी आईना दिखाने का काम किया। बावजूद इसके मंत्री अंतिम समय तक अफसरों को बचाते दिखे।
शनिवार को रात्रि 10.06 बजे सर्किट हाउस से निकले मुख्यमंत्री 10.22 बजे सीधे ¨रगरोड पहुंचे, मगर हिचकोले खाते हुए। 10.27 बजे ¨रगरोड से निकले और 10.30 बजे गोइठहां एसटीपी पहुंचे। महज एक किलो मीटर की दूरी में ही 15 से ज्यादा गड्ढे सीएम के काफिले को झेलना पड़ा। कंट्रोल रूम बार-बार चिल्लाता रहा कि गड्ढायुक्त सड़कें हैं। यहां मुख्यमंत्री 10.47 बजे सारनाथ के लिए रवाना हुए। 11.05 बजे सारनाथ पहुंचे सीएम ने महज दो मिनट तक सारनाथ संग्रहालय पर सजी फसाड लाइटों का दीदार किया और सर्किट हाउस के लिए रवाना हो गए। संभवत: पहली बार ऐसा देखने को मिला जब मुख्यमंत्री के दौरे के बावजूद बदहाल सड़कों की स्थिति की सुधि तक नहीं ली गई। अधिकारियों ने भ्रमण कराने की औपचारिकता तो पूरी की मगर आधे अधूरे मन से। सूत्र बता रहे कि ¨रगरोड, गोइठहां एसटीपी और सारनाथ संग्रहालय भवन की लाइट देखते हुए चंद मिनटों में ही मुख्यमंत्री ने भ्रमण कार्यक्रम खत्म कर दिया। व्यवस्था से इस कदर नाराज दिखे कि उन्होंने कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल का निरीक्षण का कार्यक्रम भी रद कर दिया। हाल ही में पीएम के दौरे के दौरान भी बनारस की खामियों पर पीएम नाराज हुए थे। उस दौरान राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी पर भी पीएम नाराज हुए थे और इस बार सीएम भी मंत्री पर तल्ख दिखे। प्रशासनिक व भाजपा सूत्रों के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि सीएम की नाराजगी आने वाले समय में कईयों पर भारी पड़ सकती है।