चेतगंज की नक्कटैया : देशभक्ति से पगे प्रसंगों से गर्दन हुई ऊंची, चंद्रयान व आतंकवाद की निकली झांकी
रतजगा लक्खा मेला चेतगंज की नक्कटैया में गुरुवार को पैगामी झांकियों में जहां चंद्रयान-दो ने देश भक्ति का भाव भर दिया तो वहीं गंगा की दशा दिखाते हुए प्रदूषण के खतरों से चेताया।
वाराणसी, जेएनएन। रतजगा लक्खा मेला चेतगंज की नक्कटैया में गुरुवार को पैगामी झांकियों में जहां चंद्रयान-दो ने देश भक्ति का भाव भर दिया तो वहीं गंगा की दशा दिखाते हुए प्रदूषण के खतरों से चेताया। एक ओर जहां स्वच्छ भारत का संदेश दिया और पर्यावरण संरक्षण की राह भी दिखाई। साथ ही आतंकवाद और भ्रष्टाचार पर चोट करते हुए राष्ट्र भक्ति से पगे प्रसंगों ने गर्दन ऊंची करने के मौके भी उपलब्ध कराया।
रामजी की लीला में उनके जीवन से जुड़े विभिन्न लाग-विमानों के साथ ही श्रीकृष्ण की रासलीला और देवाधिदेव महादेव की झांकी भी सजी। चेतगंज रामलीला समिति की ओर से आयोजित नक्कटैया का जूलूस रात करीब 12.30 बजे मलदहिया से पिशाच मोचन होते हुए चेतगंज थाने के सामने पहुंचा।
डीएम सुरेंद्र सिंह व एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने नारियल तोड़ कर उद्घाटन किया। समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता बच्चू, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद, भोलानाथ जायसवाल, किरण दादा, कैलाश नाथ गुप्ता, अमरीष सिंह भोला, अजय सिंह बॉबी, तनुज पांडेय अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी रही। चेतगंज से लहुराबीर, रामकटोरा चौराहा, सेनपुरा, चउरछटवा, चेतगंज, पानदरीबा होते पुन: चेतगंज रामलीला स्थल के पास झांकियों को विराम दिया गया। इससे पहले चेतगंज रामलीला मंच के समीप रात में सूर्पणखा नासिका छेदन प्रसंग का मंचन किया गया।
नक्कटैया मेला के 132 वर्ष हुए पूरे
सुप्रसिद्ध चेतगंज की नक्कटैया में चन्द्रयान की झांकी जहां आकर्षण का केंद्र रही तो वहीं समसामयिक मुद्दों पर आधारित लॉग व झांकियों ने लोगों को जागरूक किया। यह लक्खा मेले में सुमार चेतगंज की नक्कटैया 17 अक्टूबर को 132 वर्ष पूरे हो गए।
पूर्वांचल भर से शामिल थे कलाकार
लॉग-विमान व जुलूस में हर वर्ष की भांति इलाहाबाद, मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, ज्ञानपुर, जखिनी, आजमगढ़ व फूलपुर सहित जनपद से लगायत आसपास के सैकड़ों लॉग में पूर्वांचल भर के कलाकारों ने प्रतिभाग किया। परंपरा के अनुसार बेहतर झांकी के लिए प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान के आधार पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।