शहीदों की स्वर्ग राह आलोकित करने के लिए गंगा तट पर आलोकित किए आकाशदीप
गंगा तट पर पीएसी बैंड की धुन के बीच सेना के साथ ही पुलिस-पीएसी के जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए जिन्होंने कर्म पथ पर चलते हुए प्राणों की आहूति दी।
वाराणसी (जेएनएन) । देश की आन-बान व शान के लिए जान न्योछावर कर देने वाले अमर जवानों की स्मृति में बुधवार की शाम आकाशदीप जलाए गए। गंगा के दशाश्वमेधघाट पर पीएसी बैंड की जोशीली धुन के बीच सेना के साथ ही पुलिस-पीएसी के उन जवानों को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए जिन्होंने कर्म पथ पर चलते हुए प्राणों की आहूति दे दी। पितरों की राह आलोकित करने के कार्तिक पर्यंत अनुष्ठान के देश भक्ति से जुड़े अनूठे विधान में भागीदार काशीवासियों के साथ ही बछेंद्री पाल समेत स्वच्छ गंगा मिशन पर निकले 40 सदस्यीय दल की पलकों की कोरें गीली हो उठीं।
श्रद्धा-भक्ति से जुड़े गंगोत्री सेवा समिति के इस आयोजन में सूर्यास्त के साथ वेद मंत्र गूंजे। पांच वैदिक ब्राह्मïणों ने मां गंगा का षोडशोचार पूजन किया। गंगा की पवित्र जलधारा में 101 दीपों को प्रवाहित किया। वेद पाठ के बीच दिव्य ज्योति सहेजे टोकरी ने आसमान का रूख किया। बतौर मुख्य अतिथि बछेंद्री पाल ने कहा कि शहीदों का बलिदान जब भी ध्यान में आता है, पलकों को भिगो जाता है। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं. किशोरी रमन दुबे (बाबू महाराज), अभिमन्यु यादव, दिनेश शंकर दुबे, शांतिलाल जैन, कन्हैया त्रिपाठी, संकठा प्रसाद, हरि प्रसाद अग्रवाल, राजेश शुक्ला, रामबोध सिंह आदि थे।