भूमाफियाओं ने बेच दी महामना की बगिया, मुकदमा दर्ज
बीएचयू के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की बगिया भी भू माफियाओं ने नहीं छोड़ी।
वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की बगिया भी भू माफियाओं ने नहीं छोड़ी। फूलपुर पुलिस ने गौशाला की जमीन को फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में तहरीर के आधार पर तथाकथित संस्था के अध्यक्ष व सचिव समेत एक दर्जन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अनेक धाराओं में शनिवार को मुकदमा दर्ज किया।
बताते हैं कि वर्ष 1942 में राघुनाथदत्त व्यास ने पंडित मदन मोहन मालविय को 60 बीघे से अधिक जमीन गौशाला के नाम पर दान दे दी थी। मालवीय जी की इस जमीन पर धीरे - धीरे कुछ स्थानीय भूमाफियाओं की निगाह पड़ गई। भारतीय गौरक्षा प्रचारक मंडल काशी के नाम से एक संस्था बनाकर जमीन को अपने कब्जे में ले लिया गया। संस्था के अध्यक्ष उमापति मिश्रा गोपीगंज के निवासी हैं। उन्होंने एक अपनी अलग संस्था बनाते हुए जमीन को अपने कब्जे में वर्ष 2003 में ले लिया। इस संस्था के सचिव राजेश सिंह की मिलीभगत से जमीन को बेचने लगे। धीरे-धीरे 40 बीघा जमीन करोड़ों रुपये में फर्जी दस्तावेज बनाकर रजिस्ट्री भी कर दी। मामले की जानकारी तब हुई जब गौशाला की जमीन पर एक बहुमंजिला बिल्डिंग बनने लगी। बिल्डिंग को बनते देख रौनक एवं जागरूक समाज संस्था के चेयरमैन अरविन्द सिंह निवासी इंद्रपुर शिवपुर वाराणसी ने फूलपुर थाने में 13 लोगो के खिलाफ तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने जाचोपरात धारा 419, 420, 467, 468 के तहत मुकदमा दर्ज किया। वहीं मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस से गिरफ्तारी से बचने से सभी आरोपित भूमिगत हो गए हैं।
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दबंगों ने तोड़ी गुमटी
जंसा थाना क्षेत्र के चौखंडी में चाय पान की गुमटी को शुक्रवार की रात शरारती तत्व तोड़ कर हजारों रुपये के सामान उठा ले गए। गुमटी मनोज पांडेय की बताई गई। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है।