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गंगा-यमुना में लैंड करेंगे उड़नखटोले

वाराणसी : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी व आगरा में पर्यटन को नई ऊचाईयां मिलती दिख रह

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Nov 2017 02:14 AM (IST)Updated: Wed, 15 Nov 2017 02:14 AM (IST)
गंगा-यमुना में लैंड करेंगे उड़नखटोले
गंगा-यमुना में लैंड करेंगे उड़नखटोले

वाराणसी : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी व आगरा में पर्यटन को नई ऊचाईयां मिलती दिख रही है। केंद्र सरकार की पहल पर स्पाइस जेट एयरलाइंस की ओर से गंगा व यमुना में जहाज उतारने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। शुरुआत बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से हो सकती है। इसके लिए 23 व 24 नवंबर को बाबतपुर एयरपोर्ट से अस्सी घाट पर तीन उड़नखटोले उतारने के लिए स्पाइस जेट एयरलाइंस प्रबंधन ने स्थानीय प्रशासन से अनुमति मांगी है। साथ ही नगर निगम, वाराणसी विकास प्राधिकरण, पर्यावरण, अग्निशमन सहित छह विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी मांगा गया है। सूत्रों का कहना है कि निकाय चुनाव में आचार संहिता के चलते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अचानक कार्यक्रम में शामिल न होने पर चुनाव बाद उड़नखटोलों को उतारा जा सकता है।

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स्पाइस जेट एयरलाइंस के अधिकारियों का दावा है कि देश में पहली बार इस तरह का जहाज आया है जो जमीन संग पानी में भी उतर सकेगा। इसमें विदेशी पर्यटक व उद्योगपति आसानी से गंगा दर्शन संग आगरा में ताजमहल की खूबसूरती का भी दीदार कर सकेंगे। फिलहाल आठ सीटों वाले जहाज ही नदियों में उतरेंगे। पर्यटक आसानी से बाबा विश्वनाथ का दर्शन, गंगा आरती व अन्य तीर्थ स्थलों को देख सकेंगे। अफसरों का कहना है कि यदि प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों में और बड़े जहाज भी गंगा और यमुना में उतारे जाएंगे।

यह सही है कि गंगा में जहाजों को उतारने की योजना है। इसके लिए एयरलाइंस के बड़े अधिकारियों ने प्रशासन से संपर्क कर अनुमति मांगी है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही गंगा में जहाज उतारा जाएगा।

-राहुल सिंह, एरिया सेल्स मैनेजर, स्पाइस जेट एयरलाइंस।

स्पाइस जेट एयरलाइंस के अफसरों ने 23 व 24 नवंबर को अस्सी घाट पर गंगा में जहाज उतारने की अनुमति मांगी है। चुनाव के चलते कुछ अड़चनें हैं। संभवत: चुनाव के चलते योजना में देरी हो रही है।

-वीरेंद्र पांडेय, एडीएम सिटी।

पानी में तैरता रहेगा जहाज

एटीसी यानि एयर ट्रैफिक कंट्रोल के जरिए जहाज का संचालन होगा। सामान्य जहाज की तरह रनवे से उड़ने के बाद पहिया अंदर चला जाएगा जबकि उतरने पर बाहर आ जाएगा। वहीं पानी पर उतरते समय सामने से तैरने के लिए पंख निकल आएगा। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि पोर्टब्लेयर व गोवा हवाई अड्डे पर ऐसे जहाज उतारने की तैयारी थी लेकिन संभव नहीं हो पाया।

'उड़ान' को मिलेगी उड़ान

केंद्र सरकार की बहुउद्देश्यीय योजना उड़ान के तहत रिमोट एरिया को जोड़ने के लिए स्पाइस जेट द्वारा जापान की कंपनी सेतौची से लगभग सौ विमान खरीदने की चर्चा थी। पूर्व में इसका देश में परीक्षण भी हो चुका है। इसका मकसद यात्रियों को ही सेवा देना नहीं बल्कि एडवेंचर और अन्य पर्यटन सेवाओं को बढ़ावा देना भी है।


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