नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बवाल के बाद दो दिन घर में कैद रहा लाल मोहम्मद
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बजरडीहा में बीते शुक्रवार को हुए प्रदर्शनकारियों के पथराव व पुलिस के लाठीचार्ज के बाद लाल मोहम्मद घर में ही कैद रहे।
वाराणसी, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बजरडीहा में बीते शुक्रवार को हुए प्रदर्शनकारियों के पथराव व पुलिस के लाठीचार्ज के बाद सहमे मुरादाबाद के लाल मोहम्मद किराए के मकान में पत्नी रुखसाना व बेटा रासिन के साथ बजरडीहा में रहते हैं। लाल मोहम्मद ने रोज की तरह शुक्रवार को प्रदर्शन वाले दिन भी दुकान खोली थी। दोपहर बाद जैसे ही बड़ी संख्या में जुलूस आते देखा तो दुकान बंद कर अपने कमरे पर चले गए। भीड़ को देखकर डर गया था। उसके बाद पथराव व लाठीचार्ज की घटना के बाद पूरा परिवार सहम गया था। डर के मारे दो दिन तक घर में कैदी की तरह रहा।
परिवार का कोई भी सदस्य सामान लेने के लिए भी बाहर नहीं निकला। हालाकि खाने का सामान घर में पहले से ही मौजूद था, इसलिए बाहर निकलने की जरूरत ही नहीं पड़ी। आस-पड़ोस के लोगों द्वारा माहौल सामान्य की सूचना के बाद वे बाहर निकले और अपनी दुकान लगाई। मुरादाबाद के लाल मुहम्मद दो माह पूर्व बजरडीहा में हुए शुक्रवार को प्रदर्शन स्थल के पास सड़क के किनारे मूंगफली की दुकान लगाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। पुलिस पहरे के बीच दोपहर में मोहल्लें के लोग बाहर निकले। इन सबके बीच दो दिनों तक घर में कैद रहने के बाद लाल मोहम्मद ने अपनी मूंगफली की दुकान खोली।
दो माह से बनारस में लगाता है दुकान : लाल मोहम्मद ने बताया कि लोग किस कानून का विरोध कर रहे थे, उसे कुछ भी मालूम नहीं है। वह यहा पर अपनी रोजी-रोटी के लिए आया है। वह दिसंबर से फरवरी तक बनारस में रहता है और मूंगफली बेचता है। कई सालों से यहा पर आ रहा है, इसलिए लोग उसे जानने व पहचानने लगे हैं। आज पुलिस अधिकारियों से पूछ कर दुकान लगाई है।