पुलिस के हाथ से फिसला किट्टू, चुनौती बरकरार
जागरण संवाददाता वाराणसी नक्खीघाट में मुठभेड़ के दौरान पुलिस के सामने से एक लाख का इना
जागरण संवाददाता, वाराणसी : नक्खीघाट में मुठभेड़ के दौरान पुलिस के सामने से एक लाख का इनामी रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू मंगलवार को फरार हो गया। विभिन्न थानों में उस पर हत्या, लूट, रंगदारी जैसे अपराध के दर्जन भर संगीन मामले दर्ज हैं। बड़ी पियरी क्षेत्र निवासी किट्टू के फरार होने पर पुलिस के सामने उसे गिरफ्तार करने की चुनौती बरकरार है। पिछले दिनों उसने अपने ही क्षेत्र के एक सराफा कारोबारी से 50 लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी। साथ रंगदारी न देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। इस घटना के बाद एसएसपी अमित पाठक ने उस पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये करने का प्रस्ताव भेजा था। एडीजी बृजभूषण शर्मा ने किट्टू पर एक लाख इनाम की संस्तुति कर दी थी।
गोली चलते ही बंद हो गए खिड़की दरवाजे : मुठभेड़ के दौरान गोली चलते ही आसपास के मकानों के खिड़की दरवाजे बंद हो गए। थोड़ी देर बाद जब सन्नाटा हुआ तो लोग घरों से बाहर निकले। उन्हें पता चला कि बदमाश को गोली लगी है। हालांकि आसपास मकान कम ही थे।
सनी के बाद थामी गिरोह की कमान : वर्ष 2015 में कबीरचौरा स्थित महिला अस्पताल में एसटीएफ ने मुठभेड़ में सनी को मार गिराया था। इसके बाद उसके गिरोह की कमान को किट्टू ने संभाल लिया। उसके साथी लंका थानांतर्गत नरोत्तमपुर निवासी मनीष सिंह सोनू पर भी एक लाख का इनाम घोषित हुआ था। दोनों पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।
अनिल के खिलाफ चार मुकदमे : पुलिस मुठभेड़ में घायल अनिल यादव पर पुलिस रिकार्ड में चार मुकदमे हैं। दो मुकदमे गत रविवार की रात हुई मुठभेड़ के हैं। इसके अलावा श्याम बिहारी हत्याकांड व महिला को गोली मार कर घायल करने से जुड़े दो मुकदमे हैं।
मोनू का शव परिवारीजन के हवाले : पुलिस मुठभेड़ में मारे गए मोनू चौहान के शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद शव को मोनू के मामा व जीजा को सौंप दिया गया। परिवारीजन ने उसका दाह संस्कार कर दिया।