Kasturba Gandhi Girls School नियुक्ति की खुली पत्रावली, अब मेरिट सूची का हो रहा मिलान
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में वर्षों पहले नियुक्त अंशकालिक पूर्णकालिक अध्यापिकाओं व वार्डेन की पत्रावलियां एक बार फिर खुल गई हैंं।
वाराणसी, जेएनएन। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में वर्षों पहले नियुक्त अंशकालिक, पूर्णकालिक अध्यापिकाओं व वार्डेन की पत्रावलियां एक बार फिर खुल गई हैंं। सभी पत्रावलियों का नए सिरे से मिलान किया जा रहा है। चयन की प्रक्रिया, विज्ञापन की शर्तेंं, मेरिट सूची, अध्यापिकाओं की अर्हता सहित विभिन्न बिंदुओं पर बारीकी से पड़ताल की जा रही है। नियुक्ति के समय चयनित अध्यापिकाओं का स्थायी पता व पत्रचार का पता क्या था।
अध्यापिकाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर उठ रहा सवाल
वर्तमान में स्थायी व अस्थायी पता क्या है। आधार कार्ड से इसका भी सत्यापन किया जा रहा है। दरअसल बहुचर्चित तथाकथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला की नियुक्ति के प्रकरण को देखते हुए सूबे के सभी केजीबीवी की अध्यापिकाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर सवाल उठ रहा है। इसे देखते हुए शासन ने केजीबीवी की अध्यापिकाओं की नियुक्ति की नए सिरे से जांच कराने का निर्देश दिया है। शासन के निर्देश पर बीएसए राकेश सिंह ने सेवापुरी के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) डीपी सिंह की अध्यक्षता से तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी है। समिति में चिरईगांव के बीईओ राम टहल व जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) दुर्गावती बतौर सदस्य शामिल हैं।
बीएसए ने जांच पूरी होने का किया दावा
बीएसए ने समिति से सप्ताहभर के भीतर रिपोर्ट मांगी है। हालांकि समिति अब भी पत्रावलियों में उलझी हुई है। हालांकि समिति ने शिवपुर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में जनपद के सभी 88 अंशकालिक, पूर्णकालिक अध्यापिकाओं व वार्डेन को मूल प्रमाणपत्रों के साथ बुलाया था। समिति के सदस्यों ने सभी अध्यापिकाओं के मूल अंकपत्र, प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित अन्य रिकार्ड का मिलान कर चुकी है। बीएसए ने जांच पूरी होने का दावा भी किया है। उनका कहना है कि जांच समिति रिपोर्ट बनाने में जुटी हुई है। दो दिनों के भीतर रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। कहा तैयार होते ही शिक्षा निदेशालय को भी रिपोर्ट की एक प्रति प्रेषित की जाएगी।