काशी विश्वनाथ मंदिर में 31 अगस्त से 'क्यू मैनेजमेंट सिस्टम,टोकन से होंगे दर्शन
रेलवे स्टेशन या बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही अब भक्तों को टोकन मिलेगा। काउंटर पर लगने वाले डिस्प्ले बोर्ड से पता भी चल जाएगा कि बाबा के दर्शन के लिए लाइन में उनका नंबर आखिर कब आएगा।
वाराणसी [संग्राम सिंह]। बाबा के दर्शन को सात समुंदर पार और देश के अलग-अलग स्थानों से प्रतिदिन काशी आने वाले 30 हजार दर्शनार्थियों के लिए अच्छी खबर है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन को अब क्यू मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया जाएगा। 31 अगस्त तक बाबा के दर्शन और पूजन इसी सिस्टम से लोगों को सुलभ होंगे।
रेलवे स्टेशन या बाबतपुर एयरपोर्ट पर उतरते ही अब भक्तों को टोकन मिलेगा। काउंटर पर लगने वाले डिस्प्ले बोर्ड से पता भी चल जाएगा कि बाबा के दर्शन के लिए लाइन में उनका नंबर आखिर कब आएगा। इस तरह वे तय वक्त के हिसाब से दर्शन भी करेंगे और काशी को घूमकर वापस भी लौट सकेंगे।
दरअसल, बाबा दरबार में लगने वाली भीड़ को नियंत्रित करने और भक्तों को लंबी लाइन से छुटकारा दिलाने को शासन ने स्मार्ट प्लेटफार्म तैयार करने का निर्देश दिए हैं। यह काम स्मार्ट सिटी से मल्टीनेशनल कंपनी शापूरजी-पालोनजी पूरा करने जा रही है। कंपनी ने नगर निगम और मंदिर प्रबंधन के साथ संयुक्त सर्वे भी शुरू कर दिया है। मंदिर परिक्षेत्र में 15 जबकि शहर के दूसरे सार्वजनिक स्थलों पर 10 टोकन काउंटर खोले जाएंगे।
डिस्प्ले बोर्ड भी उपलब्ध होगा, जिसमें यह दिखाई पड़ेगा कि मौजूदा समय में कितना नंबर टोकन चल रहा है और भक्त को दर्शन करने में अभी और कितना वक्त लगने वाला है। बचे हुए समय का उपयोग वे दूसरे कामों में कर सकेंगे। लंबी लाइन में लगकर वक्त बर्बाद करने के बजाय टोकन संख्या के हिसाब से लाइन में लगेंगे और बाबा के दर्शन-पूजन में लंबी लाइन से मुक्त रहेंगे।
शुल्क तय करने को मंथन
नगर निगम और न्यास प्रबंधन अभी व्यवस्था को प्रभावी करने के लिए शुल्क तय करने पर भी मंथन कर रहा है। चूंकि पांच वर्ष तक कार्यदायी कंपनी व्यवस्था का संचालन भी करेगी, इसलिए विचार चल रहा है कि 10 से 20 पैसे तक प्रति टोकन शुल्क भी भक्तों से लिया जाए।