Kashi Vidyapeeth पुराने पैर्टन पर ही होंगी यूजी-पीजी की परीक्षाएं, वाराणसी सहित पांच जिलों में शामिल होंगे 94360 परीक्षार्थी
वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन स्नातक (यूजी) के अंतिम खंड की अवशेष व स्नातकोत्तर (पीजी) अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर में कराने का निर्णय लिया है।
वाराणसी, जेएनएन। शासन के निर्देश पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन स्नातक (यूजी) के अंतिम खंड की अवशेष व स्नातकोत्तर (पीजी) अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं सितंबर में कराने का निर्णय लिया है। यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं पुराने पैर्टन पर ही होंगी। परीक्षा के स्वरूप में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वाराणसी सहित पांच जिलों में 94360 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होंगे। इसमें स्नातक के करीब 72000 परीक्षार्थी शामिल हैं। वहीं स्नातक अंतिम खंड का परीक्षा परिणाम 15 अक्टूबर तक तथा स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर का रिजल्ट 31 अक्टूबर तक जारी करने का लक्ष्य रखा गया है।
हेड व डीन की बैठक में यूजीसी की गाइड लाइन को सर्वसम्मति से मिली मंजूरी
कुलपति प्रो. टीएन सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई हेड व डीन की बैठक में यूजीसी की गाइड लाइन को सर्वसम्मति से मंजूरी मिल गई। यूजीसी की गाइड लाइन व शासन के निर्देश पर इस वर्ष स्नातक प्रथम, द्वितीय तथा स्नातकोत्तर प्रथम, द्वितीय व तृतीय खंड के छात्रों को बगैर परीक्षा अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। स्नातक अंतिम खंड की परीक्षाएं पुराने केंद्रों पर ही होंगी। परीक्षा केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। वहीं स्नातकोत्तर सेमेस्टर परीक्षा के लिए केंद्रों का निर्धारण किया जाएगा। हालांकि हेड-डीन के प्रस्ताव को परीक्षा समिति व कार्यपरिषद में भी रखा जाएगा। परीक्षा समिति के अनुमोदन के बाद ही परीक्षा की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा।
अवशेष परीक्षाएं ही होंगी
काशी विद्यापीठ में स्नातक की वार्षिक परीक्षा 20 फरवरी से शुरू हुई थी। कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते 18 मार्च से परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं जबकि स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 25 अप्रैल तक होनी थी। ऐसे में अब 18 मार्च से 25 अप्रैल वाली अवशेष परीक्षाएं ही होनी हैं। बैठक में कुलसचिव डा. एसएल मौर्य, परीक्षा नियंत्रक डा. कुलदीप सिंह सहित अन्य विभागाध्यक्ष व संकायाध्यक्ष शामिल रहे। कई हेड-डीन बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए।