Spiritual Route : अध्यात्म पथ के पड़ाव बनेंगे काशी, प्रयागराज और अयोध्या, टूर आपरेटरों की बनाई जाएगी चेन
देश-दुनिया से काशी दर्शन को आने वाले तीर्थ यात्री व सैलानियों अब तीन दिन में प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण का भी लाभ पाएंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से अध्यात्म पथ (स्पिरिचुअल रूट) का खाका खींचा गया है। इसका प्रस्ताव बुधवार को पर्यटन महानिदेशालय भेज दिया गया।
वाराणसी, जेएनएन। देश-दुनिया से काशी दर्शन को आने वाले तीर्थ यात्री व सैलानियों अब तीन दिन में प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण का भी लाभ पाएंगे। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से अध्यात्म पथ (स्पिरिचुअल रूट) का खाका खींचा गया है। इसमें तीनों धर्म नगरियों को शामिल करते हुए इसका प्रस्ताव बुधवार को पर्यटन महानिदेशालय भेज दिया गया। वहां से हरी झंडी मिलते ही एक पैकेज में तीनों नगरों की यात्रा शुरू करा दी जाएगी।
दरअसल, देवदीपावली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में जिक्र आने के दूसरे दिन ही अफसर सक्रिय हुए और इस दिशा में विचार विमर्श शुरू कर दिया गया। इसका प्रारूप तैयार करते हुए इस संबंध में टूर आपरेटरों से बात की गई। साथ ही पर्यटन महानिदेशक एनजी रवि कुमार से वार्ता कर प्रस्ताव भी भेज दिया गया। अब महानिदेशालय से हरी झंडी मिलते ही पहले चरण में टूर आपरेटरों को पूरे रूट का भ्रमण कराया जाएगा। दोनों शहरों में आपरेटरों की बैठक करा कर एक चेन तैयार की जाएगी ताकि तीर्थयात्रियों को दर्शन-पूजन और ठहरने में किसी तरह की दिक्कत न हो।
मीरजापुर-भदोही से जुड़ेगा तो पथ गोरखपुर तक भी बढ़ेगा
अध्यात्म पथ पैकेज सैलानियों को काशी, प्रयागराज और अयोध्या दर्शन कराने के साथ ही मीरजापुर में विंध्यवासिनी दरबार और भदोही में सीतामढ़ी भी ले जाएगा। अगले चरण में इसमें गोरखपुर को भी जोड़ा जाएगा ताकि महादेव से लेकर गोरखनाथ धाम तक की यात्रा भी पूरी कराई जा सके।
'अयोध्या, काशी और प्रयाग का ये क्षेत्र आज आध्यात्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की अपार संभावनाओं के लिए तैयार हो रहा है। अयोध्या में जिस तेज गति से विकास हो रहा है, प्रयागराज ने जिस तरह से कुंभ का आयोजन देखा है, और काशी आज जिस तरह से विकास के पथ पर अग्रसर है, उससे पूरी दुनिया का पर्यटक आज इस क्षेत्र की ओर देख रहा है।
- पीएम नरेंद्र मोदी (देवदीपावली पर राजघाट पर संबोधन के दौरान संबोधन में)
अधिकाधिक सुविधाएं देने और आसपास के तीथों तक ले जाने का प्रयास
सैलानियों को अधिक से अधिक काशी में रोकने और बार-बार आने के जतन के साथ उन्हें अधिकाधिक सुविधाएं देने और आसपास के तीथों तक ले जाने का प्रयास है। इस कड़ी में काशी-प्रयागराज व अयोध्या को मिलाते हुए आध्यात्मिक पथ पैकेज शुरू करने का विचार है। इसके लिए प्रस्ताव महानिदेशालय को भेजा है।
- कीर्तिमान श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी।