अयोध्या विवाद में काशी की मध्यस्थता, शंकराचार्य की अध्यक्षता में समिति पक्षकार
श्रीराम जन्म भूमि विवाद की मध्यस्थता में काशी की भी भागीदारी होगी। इसके लिए बनाई मध्यस्थ समिति की पहली बैठक बुधवार को होगी।
वाराणसी, जेएनएन। श्रीराम जन्म भूमि विवाद की मध्यस्थता में काशी की भी भागीदारी होगी। इसके लिए बनाई मध्यस्थ समिति की पहली बैठक बुधवार को होगी। इसमें शामिल होने के लिए पांच सदस्यीय दल मंगलवार शाम अयोध्या के लिए रवाना हो गया। अखिल भारतीय श्रीराम जन्मभूमि पुनरुद्धार समिति अध्यक्ष ज्योतिष एवं द्वारिका शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने इसे रवाना किया। अखिल भारतीय श्रीराम जन्मभूमि पुनरुद्धार समिति रामजन्म भूमि विवाद में प्रमुख पक्षकार है।
मध्यस्थ समिति के लिए अयोध्या गए दल में पुनरुद्धार समिति के उपाध्यक्ष व शंकराचार्य के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद,पैरोकार ब्रह्मचारी ब्रह्मविद्यानंद, अधिवक्ता परमेश्वरनाथ मिश्र, रंजना अग्निहोत्री और किशोर कुणाल शामिल हैं। उच्चतम न्यायालय की ओर से मध्यस्थता से विवाद का हल किए जाने के निर्देश के बाद समिति का गठन किया गया है। इसकी पहली बैठक 13 मार्च को दस बजे डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गेंदालाल दीक्षित वीआइपी गेस्ट हाउस में बुलाई गई है। इसमें सभी पक्षकारों को बुलाया गया है।
प्रज्ञानंद गिरी आज बनेंगे आचार्य महामंडलेश्वर : ज्योतिष एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी प्रज्ञानानंद गिरी बुधवार को आचार्य महामंडलेश्लवर की उपाधि पाएंगे। इसके लिए पंचायती अखाड़ा निरंजनी में सुबह दस बजे पट्टाभिषेक का आयोजन किया गया है। शंकराचार्य व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र महाराज की देखरेख में चेत सिंह किला परिसर में अनुष्ठान विधान किए जाएंगे। इसका सीधा प्रसारण आध्यात्मिक चैनलों पर सुबह दस बजे से दोपहर 12 बजे तक किया जाएगा।