काशी आनंद में गायन, वादन व नृत्य में कलाकारों ने दिखाई प्रतिभा
भारत आनंद- काशी आनंद में मंगलवार को गायन, नृत्य व वादन में कलाकारों ने मन मोह लिया।
वाराणसी : दिन-प्रतिदिन लोकप्रियता के शिखर को स्पर्श कर रहे कार्यक्रम भारत आनंद- काशी आनंद में सोमवार को महाराष्ट्र प्रांत की लोक संस्कृति निखरी। कलाकारों ने गायन, वादन व नृत्य के जरिये अपनी प्रतिभा का परचम लहराया।
दैनिक जागरण के तत्वावधान में डा. राजेंद्र प्रसाद घाट पर आयोजित कार्यक्रम का श्रीगणेश मनीष कुमार दीक्षित के सस्वर वेद पाठ से हुआ। इन्होंने गीता के 12वें अध्याय का वाचन किया। कविता सोलापुरकर, कंचन प्रजापति व शिखा द्विवेदी का सामूहिक गायन सुन श्रोता झूम उठे। एकल गायन में कंचन प्रजापति ने भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। गायिका विदुषी वर्मा ने भजन- गाइए गणपति जगबंदन की प्रस्तुति की। इनके साथ तबले पर दिवाकर कसेरा व हारमोनियम पर मोहित साहनी ने संगत किया। इसी क्रम में इशिता आचार्य ने एकल कथक की भावपूर्ण प्रस्तुति की। इन्होंने भजन मुरली मनोहर पर भावपूर्ण नृत्य के साथ ही राधा-कृष्ण पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति कीं। नेहा जायसवाल के एकल कथक की प्रस्तुति को सभी ने सराहा। इन्होंने गणेश वंदना के साथ तराना पेश कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। कीर्ति सेठ ने गणेश वंदना के साथ ही हनुमानजी का भजन सुनाकर आनंदित किया। विनीत शर्मा ने बांसुरी पर राग रागेश्वरी की अवतारणा की। इनके साथ तबले पर दिवाकर कसेरा ने संगत किया। अंत में मुख्य अतिथि संविवि के प्रोफेसर दिव्य चैतन्य ब्रह्मचारी व विशिष्ट अतिथि नमामि गंगे के संयोजक राजेश शुक्ला ने कलाकारों को प्रशंसा पत्र प्रदान किया। संचालन कार्यक्रम संयोजक प्रदीप पाठक ने किया। काशी आनंद में आज
जासं, वाराणसी : काशी आनंद में मंगलवार को आंध्र प्रदेश के कलाकारों की प्रस्तुति होगी। श्रीराम तारक आंध्रा आश्रम के मुख्य ट्रस्टी वीवी सुंदर शास्त्री के संयोजन में कोमल प्रजापति, मौसमी चटर्जी का गायन, अभिषेक कुमार का बांसुरी वादन, वर्तिका सिंह का एकल कथक, अदिति जायसवाल का भरतनाट्यम, विजय श्रीवास्तव का गायन व सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति की जाएगी।