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महज ढाई घंटे में पूरी होगा वाराणसी से मध्‍य प्रदेश के हनुमना का सफर, सात मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा

देश के मध्य प्रदेश महाराष्ट्र उत्तराखंड आदि विभिन्न प्रदेशों को जोडऩे वाली फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग सात मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 05:58 PM (IST)
महज ढाई घंटे में पूरी होगा वाराणसी से मध्‍य प्रदेश के हनुमना का सफर, सात मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा
महज ढाई घंटे में पूरी होगा वाराणसी से मध्‍य प्रदेश के हनुमना का सफर, सात मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा

मीरजापुर, जेएनएन। देश के मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड आदि विभिन्न प्रदेशों को जोडऩे वाली फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग सात मार्च 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए तेजी से कार्य कराए जा रहे हैं। लगभग 2100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस सड़क का 75 फीसद कार्य जून 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। शेष 25 प्रतिशत कार्य किसानों द्वारा जमीन अधिग्रहण में बाधा पहुंचाने के कारण मार्च 2022 तक चलेगा। इसके बाद बनारस से हनुमना तक की दूरी को यात्री मात्र ढाई घंटे में पूर्ण कर लेंगे जबकि वर्तमान समय में सात घंटे का समय लग रहा हैं।

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यात्रियों को एनएच-7 की फोरलेन सड़क पर जल्द ही फर्राटे भरते हुए देखा जाएगा। यही नहीं, यात्रियों को कम समय में सफर करने का आनंद तो आएगा, साथ ही सड़क पर रहने वाले सैंकड़ों गड्ढों से भी निजात मिलेगी। वाराणसी से रीवां तक लगभग 125 किलोमीटर सड़क का निर्माण भोपाल की एक कंपनी बना रही है। सड़क को तीन भागों में बांटकर बनाया जा रहा है। इसमें पहला 36 किलोमीटर वाराणसी से डगमगपुर तक, दूसरा 46 किलोमीटर डगमगपुर से लालगंज तक तथा तीसरा 43 किलोमीटर लालगंज से मध्य प्रदेश के हनुमना तक शामिल है। इसमें डमगपुर से लालगंज और लालगंज से हनुमना तक जून 2021 तक सड़क बनाकर तैयार कर ली जाएगी। शेष 36 किलोमीटर वाराणसी से डगमगपुर तक किसानों द्वारा जमीन अधिग्रहित नहीं कर दिए जाने चलते समय लगेगा जिसके चलते इसको मार्च 2022 तक पूर्ण किया जाएगा।      

सड़क बनने से होगा फायदा

एनएच सेवन के बनने के बाद इस रोड पर ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा। वाराणसी से हनुमना के बीच की दूरी काफी कम हो जाएगी। ढाई घंटे में लोग अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे।

फोरलेन सड़क बनने के बाद लोगों को मिलेंगे रोजगार

एनएच सात का निर्माण पूर्ण होने के बाद इस रूट पर गाडिय़ों की संख्या बढ़ जाएगी जिससे जनपद के लोगों को रोजगार का रास्ता खुल जाएगा। सड़क किनारे जिनकी जमीन है वे अपने जमीन में दुकान खोल सकते हैं या फिर दुकान बनवाकर किराए पर दे सकते हैं। अधिक गाडिय़ां चलने से इस रूट परर ढाबे, होटल व अन्य दुकानें खोली जा सकती हैं जो अच्छी तरह से चलेंगी। 

एनएच-7 सड़क 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगी

एनएच-7 सड़क 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगी। इसमें से 75 प्रतिशत कार्य जून 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। शेष 25 प्रतिशत कार्य किसानों के बाधा पहुंचाने के चलते मार्च 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।

- आरएस यादव, परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग-7 


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