पत्रकार की हत्या का मुख्य आरोपित आजमगढ़ जेल में मौजूद, पहचान छिपाकर जमानत की लगाई थी अर्जी
पत्रकार व आरएसएस कार्यकर्ता हत्याकांड का 50 हजार का इनामिया मुख्य आरोपित राजू यादव वर्तमान में आजमगढ़ जेल में बंद है।
गाजीपुर, जेएनएन। पत्रकार व आरएसएस कार्यकर्ता हत्याकांड का 50 हजार का इनामिया मुख्य आरोपित राजू यादव वर्तमान में आजमगढ़ जेल में बंद है। इसका खुलासा तब हुआ जब बलिया के रसड़ा कोतवाली में बाइक चोरी के मामले में पकड़ा गया और पहचान छिपाकर जमानत की अर्जी लगाया। छानबीन में सोमारू यादव के नाम से लगी आइडी फर्जी निकली व जब क्राइम ब्रांच व स्थानीय पुलिस टीम ने पूरी गहनता से जांच की तो राजू यादव होने का प्रमाण मिला। इसकी जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक डा. अरविंद चतुर्वेदी ने बलिया एसपी से बात करने के साथ आरोपित को जनपद लाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
21 अक्टूबर 2017 को करंडा थाना क्षेत्र के ब्राह्मणपुरा गांव की चट्टी पर तीन बदमाशों ने सुबह 7.50 बजे पत्रकार व आरएसएस कार्यकर्ता राजेश कुमार मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि छोटे भाई अमितेश मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हत्याकांड के करीब डेढ़ माह बाद पुलिस ने राजू गैंग के तीन सदस्यों को धर-दबोचा था। इसमें बिहार प्रांत के भभुआ जिला के चैनपुर थाने के रामगढ़ निवासी अजीत यादव व हाटा गांव निवासी झनकू यादव के साथ ही चंदौली जिला के धीना थाने के महुआ प्रकाशपुर निवासी सुनील यादव शामिल था। मुख्य आरोपित 50 हजार का इनामिया मटखन्ना निवासी राजू यादव व गोवर्धन उर्फ मंटू यादव के साथ ही पवन यादव निवासी खुटहां थाना शादियाबाद दूसरी बाइक से पुलिस पर फायरिंग करते हुए भाग निकले थे। गिरफ्तार तीनों आरोपितों ने स्वीकार किया था कि राजू यादव के कहने पर ही राजेश मिश्रा व उनके भाई अमितेश मिश्रा की हत्या की योजना बनाई गई थी। फिलहाल पुलिस को मुख्य आरोपित के आजममगढ़ जेल में बंद होने की इनपुट मिलते ही उसे गाजीपुर लाने की कार्रवाई तेज कर दी गई है।
हत्याकांड के खुलासे को लगी थी एसटीएफ
-पत्रकार व आरएसएस कार्यकर्ता राजेश मिश्रा की हत्या के आरोपितों का सुराग लगाने व उनकी धरपकड़ के लिए एसटीएफ भी लगी थी, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। यही नहीं लाख प्रयास के बाद भी जनपद पुलिस मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। पुलिस के सिरदर्द बना हत्यारा राजू यादव के आजमगढ़ जेल बंद होने की इनपुट मिलते ही क्राइम ब्रांच व पुलिस टीम पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है।
-क्राइम ब्रांच व पुलिस टीम ने जब राजू यादव द्वारा लगाई गई फर्जी आइडी को विकसित किया गया तो मामला खुलकर सामने आया। इस संबंध में बलिया एसपी से भी बात की गई है। उसको गाजीपुर लाने की कोशिश की जा रही है।- डा. अरविंद चतुर्वेदी, एसपी।