जीबनेंदु रथ हत्याकांड : पांच दिन बाद भी कोई ठोस थ्योरी नहीं आई सामने, हत्यारे अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर
डायरेक्टर जीबनेंदु रथ के हाई प्रोफाइल मर्डर केस के रहस्य से पर्दा गुरुवार को भी नहीं हट सका। रविवार को कबीर मठ पर हुए हत्याकांड में जहां शांति गोपाल कानकास्ट के डायरेक्टर ने अपने प्राण गवां दिए थे वहीं कंपनी के एक और अधिकारी घायल हो गए थे।
मीरजापुर, जेएनएन। डायरेक्टर जीबनेंदु रथ के हाई प्रोफाइल मर्डर केस के रहस्य से पर्दा गुरुवार को भी नहीं हट सका। रविवार को कबीर मठ पर हुए हत्याकांड में जहां शांति गोपाल कानकास्ट के डायरेक्टर ने अपने प्राण गवां दिए थे वहीं कंपनी के एक और अधिकारी हमलावरों की गोली से घायल हो गए थे। उद्योग क्षेत्र से जुड़ा केस होने के कारण पुलिस अधिकारी लगातार छानबीन में लगे हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस थ्योरी सामने नहीं आने से हत्याकांड का खुलासा पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। घटना के बाद जहां एक तरफ लोगों में दहशत का माहौल है वहीं दूसरी तरफ पुलिस के अनुसंधान पर भी प्रश्न उठने लगे हैं। वहीं स्थानीय पुलिस अधिकारी गुरुवार को कुछ भी बोलने से बचते रहे।
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती हत्यारों की गिरफ्तारी है। फिलहाल पांच दिन की मशक्कत के बाद भी कोई ठोस सुबूत तलाश करने में पुलिस सफल नहीं हो सकी है। उद्योग जगत से जुड़ा मामला होने के कारण शासन समेत आलाधिकारियों द्वारा वास्तविक हत्यारों का पता लगाकर गिरफ्तार करने का दवाब लगातार बढ़ता जा रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक सिटी संजय वर्मा के नेतृत्व में काम कर रहीं पुलिस टीमें भी प्रत्येक पहलू पर घटना की जांच कर साक्ष्यों को जुटाने में लगी हुई हैं। साथ ही मृतक के बारे में भी पुलिस तमाम जानकारियां इक_ा कर रही है। मृतक के काल डिटेल्स के आधार पर उनका व्यवसायिक व निजी जीवन खंगाला जा रहा है। वहीं उनके संबंधों के बारे में भी पुलिस उनके नजदीकियों से पूछताछ कर रही है।
हत्याकांड का पर्दाफाश होने में देरी से बढ़ रहा असंतोष
डायरेक्टर हत्याकांड का खुलासा होने में हो रही देरी से स्थानीय स्तर पर व्यापारियों और आम जनता में असंतोष बढ़ रहा है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो डर और भय का माहौल बनेगा। हत्याकांड में फिलहाल पुलिस संदिग्ध लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है। एक एएसपी, दो डिप्टी एसपी समेत तीन पुलिस टीमें काम कर रही हैं लेकिन अभी तक हत्या का मकसद ही स्पष्ट नहीं हो सका है। हत्या किस कारण से की गई यह अनसुलझा रहस्य सुलझने के बाद ही पुलिस को आगे कुछ सफलता मिल सकेगी।
हत्याकांड में खोजा जा रहा लोकल कनेक्शन
जिस स्थान पर हत्या की गई वहां से वारदात को अंजाम देकर आराम से फरार हो जाना किसी अंजान या बाहरी व्यक्ति का काम नहीं हो सकता। कहीं न कहीं कोई तो ऐसा है जिसे बाजार की गलियों और रास्तों के बारे में पूरी जानकारी होगी। फिलहाल तो जीबनेंदु रथ का हत्याकांड पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है लेकिन जिस दिन इस पहेली को पुलिस ने सुलझा लिया। निश्चित रूप से चौकाने वाले तथ्य सामने आएंगे।