प्रेमिका को नौकरी से निकाले जाने से था गुस्सा, इसलिए बना लिया हत्या का प्लान
मुख्य आरोपित आलोक उपाध्याय मूल निवासी चंदौली के सकलडीहा फुलवरिया समुदपुर का रहने वाला है, आलोक महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आइआरपीएम का छात्र है।
वाराणसी (जेएनएन) । जेएचवी माल में हुए डबल मर्डर के पीछे मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा है। आलोक और उसके साथी जिसकी हत्या के इरादे से आए थे, वह तो मिला नहीं लेकिन अन्य लोगों की जान बिना वजह चली गई। हमलावरों में मुख्य आरोपित आलोक उपाध्याय मूल निवासी चंदौली के सकलडीहा फुलवरिया समुदपुर का रहने वाला है। आलोक महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आइआरपीएम का छात्र है। आलोक और जेएचवी मॉल स्थित प्यूमा के शो-रूम में कार्यरत व मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे प्रशांत अग्रहरि की अदावत से पूरा विद्यापीठ परिसर वाकिफ था।
विद्यापीठ परिसर में नरेंद्रदेव छात्रावास के रूम नंबर 62 में रहने वाले आलोक उपाध्याय को हास्टल के अन्य साथियों का पूरा सहयोग मिलता इसलिए बाहरी छात्रों के हास्टल में प्रवेश को लेकर आलोक उपाध्याय की अक्सर सबसे ठनती थी। प्रशांत और आलोक के बीच लड़ाई की मुख्य वजह प्रेमिका बनी। आलोक की प्रेमिका भी प्रशांत के साथ शो-रूम में काम करती थी। एक माह पूर्व अचानक आलोक की प्रेमिका को नौकरी से निकाल दिया गया। प्रेमिका की नौकरी जाने की वजह आलोक प्रशांत को मानता था। इसको लेकर अक्सर दोनों में कहासुनी, मारपीट होने लगी। तीन दिन पहले मॉल से स्टोर बंद होने के बाद घर लौट रहे प्रशांत पर आलोक व उसके साथियों ने नदेसर में हमला बोल दिया था। आलोक व उसके दोस्तों ने प्रशांत को जमकर पीटा था। अगले दिन आलोक को पता चला कि प्रशांत ने कुछ लोगों से उसे सबक सिखाने की बात कही है। आलोक ने अपने दो साथियों ऋषभ व रोहित के साथ प्रशांत को मारने की योजना बनाई। बुधवार को दिन में ही पहले तीनों छककर बीयर-शराब पी और फिर जेएचवी मॉल पहुंच गए। संयोग था कि प्रशांत शो-रूम में नहीं था। इस बीच धमकी देने के चक्कर में आलोक को वहां के कर्मचारियों ने जब घेर लिया तो तीनों ने अंधाधुंध फायङ्क्षरग कर दो लोगों को मौत की नींद सुला दी। गोली मारने के बाद आलोक अपने साथियों के साथ हास्टल आया और सामान समेटने के बाद कमरे में ताला चढ़ाकर फरार हो गया।
मिला था शह, चलती थी रात भर हास्टल में पार्टी
आलोक उपाध्याय को छात्रसंघ के पूर्व दबंग पदाधिकारियों का शह था। सपा के पूर्व मंत्री व भाजपा के एक वर्तमान विधायक से भी परिचय हो गया था। आलोक के फेसबुक पेज पर उसकी फ्रेंडलिस्ट में कई पुलिस वाले भी थे। यही वजह थी कि परिसर में वह आए दिन सबसे उलझता और दबंगई करता। हास्टल में दारू-बीयर की पार्टी चलती थी लेकिन वार्डेन तक खामोश रहते।
हास्टल में हुई थी पिटाई
एक पूर्व प्रत्याशी रहे इस्तेखार अली और प्रशांत से आलोक की बिल्कुल नहीं बनती थी। इसी साल विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव के दौरान हास्टल में इस्तेखार अली की आलोक ने अपने साथियों के साथ पिटाई कर दी थी। इस्तेखार अली ने भी बाहरी छात्रों के साथ मिलकर आलोक उपाध्याय की जमकर पिटाई की थी। घटना के बाद से आलोक की नजर में प्रशांत और चढ़ गया था। सिगरा थाना में आलोक के खिलाफ अक्सर तहरीर पड़ती थी।