मुगलसराय से जेई ने खुद रची थी अपने ही अपहरण की साजिश, मथुरा से बरामदगी के बाद खुला राज
जेई ने अपने अपहरण की साजिश खुद ही रची थी। इसमें जेई का साला सुजीत भी भागीदार रहा। पुलिस ने उसे मथुरा से बरामद कर लिया है। उसे बरामद करने के बाद चंदौली जिले में लाया जा रहा। पूछताछ के बाद विधिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
चंदौली, जागरण संवाददाता। मोबाइल टावर कंपनी में काम करने वाले जेई दीपक सिंह के अपहरण की कहानी जांच के बाद आखिरकार झूठी निकल गई। जेई ने अपने अपहरण की साजिश खुद ही रची थी। इसमें जेई का साला सुजीत भी भागीदार रहा। पुलिस ने उसे मथुरा से बरामद कर लिया है। उसे बरामद करने के बाद चंदौली जिले में लाया जा रहा। पूछताछ के बाद विधिक प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बुधवार की शाम कार से वाराणसी जाते समय जेई के अपहरण की सूचना के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी। उसकी कार डांडी के पास लावारिस हाल में सड़क किनारे खड़ी मिली थी।
इससे पूर्व मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के डांडी के समीप कार सवार जेई दीपक सिंह के अपहरण मामले में पुलिस ने चहनियां विकास खंड के सेक्टर चार के जिला पंचायत सदस्य गोपाल सिंह बबलू व उसके भाई साजन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाइयों से पुलिस पूछताछ करती रही। उधर, 24 घंटे बाद भी जेई का पता नहीं चलने के बाद पुलिस पर बदाव भी बढ़ा था। दूसरी ओर जेई की छोटे भाई संदीप सिंह ने दोनों भाइयों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार मामले की स्वयं जांच कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस कुछ भी बताने से कतराने के साथ ही जांच भी कर रही थी। जेई की बरामदगी के साथ ही प्रकरण का पटाक्षेप तो हुआ लेकिन खुद के अपहरण की गुत्थी पूछताछ के बाद ही खुल सकेगी।
यह था मामला : दीपक चंदौली स्थित एक प्राइवेट टावर कंपनी में कार्यरत हैं। बुधवार शाम वह अपने साले सुजीत को पीडीडीयू जंक्शन छोड़ने आए थे। वाराणसी जाते समय उन्हें शक हुआ कि एक काले रंग की स्कार्पियो उनका पीछा कर रही है। उन्होंने साले सुजीत को इसकी सूचना दी। जानकारी मिले ही सुजीत पुलिस को सूचना देते हुए वाराणसी की ओर से चल दिया। कुछ ही देर में पुलिस भी सक्रिय हो गई और डांडी गांव के पास इंजीनियर की स्विफ्ट डिजायर कार मिली। दीपक के गायब होने पर पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई। मौके पर एसपी सहित की कई थानों की फोर्स पहुंच गई। कार से पुलिस को उसका मोबाइल व एक लाइसेंसी रिवाल्वर मिला। काल डिटेल के आधार पर पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य सहित कई लोगों के नाम सामने आए। सूचना पर देर रात हंडिया से जेई की पत्नी व परिवार के लाेग कोतवाली पहुंच गए। संदीप के नामजद मुकदमा दर्ज कराते ही पुलिस ने रात्रि में ही दोनों आरोपितों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। उधर गुरुवार को आईजी एसके भगत ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। कोतवाली में मातहतों संग बैठक की।