सोनभद्र के उभ्भा गांव में नक्सल गतिविधि के इनपुट के बाद सतर्क हुआ खुफिया विभाग
उभ्भा नरसंहार के बाद जिस बात का डर था उसकी आहट आने लगी है। नरसंहार के पीडि़तों से छत्तीसगढ़ के प्रतिबंधित संगठनों के मिलने के बाद खुफिया विभाग के कान खड़े हो गए हैं।
सोनभद्र, जेएनएन। उभ्भा नरसंहार के बाद जिस बात का डर था, उसकी आहट आने लगी है। नरसंहार के पीडि़तों से छत्तीसगढ़ के प्रतिबंधित संगठनों के मिलने के बाद खुफिया विभाग के कान खड़े हो गए हैं। इसे लेकर जहां कड़ी चौकसी बरती जा रही है वहीं गांव में आने-जाने हर व्यक्ति का इतिहास खंगाला जा रहा है। इसे लेकर गांव में आइबी व एलआइयू की तैनाती कर दी गई है।
सूत्रों का कहना है कि गत कुछ दिनों के अंदर उभ्भा गांव में छत्तीसगढ़ में नक्सल गतिविधि में सक्रिय कुछ प्रतिबंधित संगठनों का प्रतिनिधिमंडल उभ्भा पीडि़तों से आकर मिला। जिसकी जानकारी होते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा गया है। समय रहते मामले को संभालने के लिए आइबी व एलआइयू के अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल दिया है। इसके अलावा घटना के बाद यानि 17 दिनों के अंदर गांव का दौरा करने वाले सभी बाहर से आने वाले दलों के लोगों का इतिहास खंगाला जा रहा है। नाम न छापने की शर्त पर खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के दो प्रतिबंधित संगठन जिनका नक्सल गतिविधि में संलिप्त होने का प्रमाण है, वह लोग उभ्भा पहुंचे थे, जिसके बाद से ही हम लोग इसकी गहनता से जांच कर रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल गांव में आने-जाने वाले हर एक व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी ली जा रही है।
पहले से जताई जा रही थी आशंका
उभ्भा में 17 जुलाई को हुए नरसंहार के बाद जनपद में एक बार फिर से नक्सल गतिविधि के सक्रिय होने की आशंका विभिन्न माध्यमों से उठने लगी थी, लेकिन अब जब पड़ोसी राज्यों के प्रतिबंधित संगठनों के गांव में आने व वहां पर काफी समय गुजारने की जानकारी होने के बाद इस आशंका को बल मिल गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए खुफिया विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। इस विषय पर कोई कुछ बोलने से कतरा रहा है, लेकिन इतना जरूर है कि वह लोग इसको लेकर ङ्क्षचतित हैं। विदित हो कि उभ्भा गांव नरसंहार के बाद नक्सल गतिविधि को बढ़ावा देने की आशंका को लेकर दैनिक जागरण ने पहले ही जिला प्रशासन को सतर्क किया था।
उभ्भा को लेकर जारी है अलर्ट
उभ्भा की घटना को लेकर पूरी तरह से पुलिस महकमा अलर्ट है। फोर्स के साथ ही खुफिया विभाग को भी गांव में अलर्ट कर दिया गया है। हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा रही है।
-सलमानताज पाटिल, पुलिस अधीक्षक।
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