महंगाई के आसमान पर सब्जियाें की कीमतों ने भरी उड़ान, परवल सौ तो बैगन 80 रुपये किलो Varanasi news
एक दिन की बारिश और सब्जियों के भाव आसमान में।
वाराणसी, जेएनएन। एक दिन की बारिश और सब्जियों के भाव आसमान में..। आपूर्ति में रुकावट का तर्क और भाव ऊंचाई की ओर। यह गणित समझ से परे, लेकिन फुटकर दुकानदार ग्राहकों को ऐसा ही बता रहे। परवल ने शतक ठोंक दिया है तो बैगन 40 से दोगुने की छलांग लगाकर 80 रुपये प्रतिकिलो बिकने लगा है। सूरन 40 को छोड़कर कमोबेश सभी सब्जिया महंगाई की राह पर बढ़ चली हैं। इससे ग्राहकों के अंदर आक्रोश बढ़ रहा है। वहीं गृहणियों के किचन का गणित भी बिगड़ गया है। सबसे ज्यादा बेभाव टमाटर हुआ है जो तीस रुपये से सीधे साठ रुपये प्रति किलो जा पहुंचा है।
- खाली झोला लिए बाजार से लौटने की मजबूरी बुधवार को दोपहर बाद सब्जी बाजार में ग्राहक दिखे, मगर उनके झोले में सब्जियां नजर नहीं आई। अधिकांश लोग सब्जियों के भाव पूछ आगे बढ़ जा रहे थे इस आस में कि कहीं भाव में अंतर मिले तो कुछ खरीदें। हालांकि, पूरे बाजार को महंगाई के लपेटे में पाकर बहुतेरे बैरंग वापस हुए तो कुछ ने जरूरत से कम ही खरीद की।
- 24 घंटे में महंगी हुई सब्जिया मंगलवार तक भी सब्जियां महंगी थी लेकिन जनता की बजट के अंदर। बुधवार को बारिश हुई तो एकाएक भाव आसमान जा पहुंचा। सब्जी खरीदने लोग बाजार में पहुंचे तो उनका दिमाग चकरा गया। -काबू में प्याज, लहसुन का कब निकलेगा दम हो-हल्ला के बाद सरकारी स्टालों पर प्याज 35 के भाव मिलने लगा है, लेकिन फुटकर बाजार पर इसका ज्यादा असर नहीं है। लहसुन 160 रुपये प्रतिकिलो मंडी से फुटकर बाजार तक ग्राहकों को रुला रहा है।
नाम | पुराना भाव | नया भाव |
बैगन | 40 रुपया | 80 रुपया |
बोड़ा | 40 रुपया | 60 रुपया |
लौकी | 30 रुपया | 40 रुपया |
भिंडी | 20 रुपया | 40 रुपया |
सूरन | 30 रुपया | 40 रुपया |
नेनुआ | 30 रुपया | 40 रुपया |
भाव रुपये प्रति किलो के अनुसार।