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गंगा के बढ़े जल स्तर ने बढ़ाई वाराणसी के नगर निगम की मुसीबत, फिर से जमा हुई सिल्‍ट

देव दीपावली सिर पर है। घाटों पर सिल्ट जमा है। यह नगर निगम के लिए मुसीबत बन गई है। सिल्ट सफाई दोबारा करानी हो रही है। चूंकि पहली बार जब गंगा घाट पर जमा सिल्ट की सफाई हुई थी तो उत्तराखंड में हुई बारिश के बाद जल स्तर बढ़ गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 08:10 AM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 08:10 AM (IST)
गंगा के बढ़े जल स्तर ने बढ़ाई वाराणसी के नगर निगम की मुसीबत, फिर से जमा हुई सिल्‍ट
अस्सी घाट पर देवदिपावली को लेकर मिट्टी की सफाई करते ।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। देव दीपावली सिर पर है। गंगा घाटों पर सिल्ट जमा है। यह नगर निगम के लिए मुसीबत बन गई है। सिल्ट सफाई दोबारा करानी हो रही है। चूंकि, पहली बार जब गंगा घाट पर जमा सिल्ट की सफाई हुई थी तो उत्तराखंड में हुई बारिश के बाद दोबारा गंगा का जल स्तर बढ़ गया। इससे फिर से घाटों पर सिल्ट जमा हो गया।

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इसे देखते हुए नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने सोमवार को अफसरों के साथ बैठक की। कहा कि देव दीपावली सिर पर है। ऐसे में कोई बहाना काम नहीं आएगा। दिन-रात काम करना होगा। युद्ध स्तर से सिल्ट सफाई कार्य पूरा कराना होगा। उन्होंने घाटों की सफाई के लिए अनुबंधित कंपनी के अधिकारियों को भी चेताया। कहा कि ऐसे नहीं चलने वाला है। जरूरत के हिसाब से कार्य की गति तेज करनी होगी। कहा कि मजदूर बढ़ाएं, संसाधन लगाएं और सिल्ट सफाई का कार्य अविलंब पूरा कराएं। बता दें कि घाटों की सफाई कराने के लिए एक निजी कंपनी से नगर निगम ने एक वर्ष के लिए अनुबंध किया है। इसके तहत प्रमुख घाटों पर 24 घंटे सातों दिन सफाई करनी है तो अन्य घाटों पर सुबह व शाम सफाई कार्य कराना है। नगर आयुक्त ने कहा कि अनुबंधित कंपनी के कार्यों की समीक्षा करने के बाद ही भुगतान होना चाहिए। इसके लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह को निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नाव और बजड़े का भी लुत्फ उठाएंगे इस बार सैलानी

देवदीपावली महोत्सव पर गत वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन के कारण गंगा में नाव और बजड़े चलाने पर रोक लगाई गई थी। इस बार किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है। महोत्सव पर इस बार एक माह पहले ही सभी नाव और बजड़े बुक हो चुके हैं। महोत्सव का आनंद लेने काशी आ रहे सैलानियों को इस बार घूमने फिरने के लिए जेब थोड़ी ढीली करनी पड़ेगी। बड़ी कारों की बात करें तो सबसे ज्यादा मांग टोयोटा के इनोवा की है। एक दिन के लिए इनोवा कार की बुकिंग के लिए सैलानियों को लगभग छह हजार रुपये तो वहीं छोटी कारों की बुकिंग के लिए ढाई से तीन हजार रुपये खर्च करना पड़ रहा है।


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