सुरक्षा के मद्देनजर देव दीपावली का मंच होगा छोटा, नावों से छटा देखने वालों को होती है दिक्कत
देव दीपावली पर गंगा में पीपे पर बनने वाले मंच को एक बार फिर से अनुमति दे दी गई है। इसमें कुछ शर्तें रखी गईं हैं।
वाराणसी, जेएनएन। देव दीपावली पर गंगा में पीपे पर बनने वाले मंच को एक बार फिर से अनुमति दे दी गई है। इसमें कुछ शर्तें रखी गईं हैं। इस वर्ष मंच का आकार पूर्व से आधा करने के लिए आदेशित किया गया है। साथ ही इस शर्त के साथ प्रशासन ने अनुमति दी है कि अगले वर्ष से पीपा पर मंच नहीं बनाया जाएगा।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि दशाश्वमेध व शीतला घाट पर पीपा पर बनाए जाने वाले मंच के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को देव दीपावली की छटा नहीं दिखती थी। पुलिस सुरक्षा के दृष्टिगत भी गंगा में कोई मंच बनाने के पक्ष में नहीं थी। इसी के मद्देनजर मंच बनाने पर गत दिनों रोक लगा दी गई थी। इसके बाद मंच लगाने वाले आयोजकों ने कमिश्नर से आग्रह किया कि उन लोगों ने पीपा पर बनने वाले मंच के लिए अतिथियों को निमंत्रण कार्ड वितरित कर दिया है। अब अगर मंच नहीं बनाया जाएगा तो छवि खराब होगी।
कमिश्नर ने बताया कि इसी व्यावहारिक जरूरत को ध्यान में रखते हुए मंच बनाने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दी गई है। सुरक्षा और मंच की वजह से गंगा में नावों पर देव दीपावली की छटा देखने के लिए आए लोगों को परेशानी न हो इसलिए उसके आकार को आधा कर दिया गया है। इसका आयोजकों को कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है।
सुरक्षा उपकरण के साथ चलाएं नाव
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने आयुक्त सभागार में देव दीपावली के संदर्भ में गंगा नदी के नाविक संगठनों के साथ बैठक की। इसमें नाविकों को सुरक्षा उपकरणों का मानक के अनुसार उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वाराणसी नगर निगम द्वारा द्वारा वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण को दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम सीमा अंतर्गत आने वाले समस्त निर्माण स्थल पर रखे निर्माण सामग्री को ढकने की कार्रवाई करने के साथ ही आवश्यकतानुसार दोनों पारियों में जल का छिड़काव कराया जा रहा है जिनके द्वारा सुरक्षा मानकों का प्रयोग नहीं किया जा रहा है उनके खिलाफ जोनल अधिकारियों के स्तर पर गठित टीम के द्वारा कार्यवाही भी की जा रही है।