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वाराणसी में साढ़े छह लाख महिला जनधन खाते में 500 रुपये, श्रमिकों के लिए भेजा गया एक हजार

कोरोना से बचाव के लिए चल रहे लॉकडाउन में सरकार गरीबों पर खूब मेहरबान है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वाराणसी में महिलाओं के खाते में सीधे राशि भेजी गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 08:42 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 08:42 PM (IST)
वाराणसी में साढ़े छह लाख महिला जनधन खाते में 500 रुपये, श्रमिकों के लिए भेजा गया एक हजार
वाराणसी में साढ़े छह लाख महिला जनधन खाते में 500 रुपये, श्रमिकों के लिए भेजा गया एक हजार

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना से बचाव के लिए चल रहे लॉकडाउन में सरकार गरीबों पर खूब मेहरबान है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत महिलाओं के खाते में सीधे राशि भेजी गई है। केंद्र सरकार की पहल पर जिले में करीब साढ़े छह लाख प्रधानमंत्री महिला जनधन खाते 500-500 रुपये डीबीटी के माध्यम से डाला गया है। हालांकि इस राशि को निकालने के लिए कुछ शर्ते लगाई गई हैं। इसके तहत जिनके खाता संख्या का आखिरी अंक 0-1 एक तक हैं वे चार मई या उसके बाद ही बैंक पहुंचकर अपनी राशि निकाल सकेंगे। इसी के तहत जिनके खाते का आखिरी अंक 2-3 है वे पांच मई, 4-5 वाले छह मई, 6.5 वाले आठ मई व 8-9 आखिरी अंक वाले 11 मई या उसके बाद ही बैंक जाए। ताकि बैंक में अनावश्यक भीड़ नहीं लगे। वहीं श्रम विभाग की ओर से 26 हजार से अधिक श्रमिकों के खाते में 1000-1000 रुपये डाल दिए गए हैं। अग्रणी जिला प्रबंधक मिथिलेश कुमार के अनुसार एक से दो मई के बीच सभी पात्र महिला जनधन खाते में डीबीटी के माध्यम से अप्रैल माह की किस्त 500-500 रुपये चली गई है।

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निकासी के लिए बैैंकों में उमड़ी भीड़, शारीरिक दूरी के मानक दरकिनार

बैैंकों पर सोमवार को जनधन खाता धारक महिलाओं की नजदीकी शाखाओं, एटीएम व बीसी प्वाइंट पर भीड़ उमड़ी। इससे शारीरिक दूरी का पालन दरकिनार हो गया। अग्रणी जिला प्रबंधक के अनुसार बैंक और प्रशासन के समन्वय से 412 बीसी (बैंक मित्र) व सीएससी (कामन सॢवस सेंटर) द्वारा भुगतान किया जा रहा है। इसमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बीसी द्वारा प्राथमिक विद्यालयों या जरूरत पडऩे पर घर जाकर भी भुगतान किया जा रहा है। वाराणसी में जहां हॉट स्पॉट एरिया घोषित किया गया है वहां एलडीएम और संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट के साझा पर्यास से बीसी को स्थानीय पुलिस की मदद से उस एरिया में लगाया जा रहा है। कई जगह यह भी शिकायत मिल रही है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बीसी को स्थानीय लोगों या पुलिस से सहयोग नहीं मिल रहा है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि जो बैंक मित्र नगद राशि लेकर कोरोना वॉरियर्स के रूप में करते हुए गली-मोहल्लों में राशि पहुंचाने पर भी कोई बीमा की सुविधा नहीं दी गई है।

मंगलवार से दूसरी किस्त

अपर श्रमायुक्त मधुर सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देश पर सभी श्रमिकों के खाते में 1000-1000 रुपये डाला जा रहा है। पहली किस्त के रूप में 26 हजार से अधिक श्रमिकों के खाते में राशि डाल दी गई। वहीं दूसरी किस्त की राशि मंगलवार से डालनी शुरू की जानी है। प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।


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