Varanasi में कृषि उत्पादों के कचरे की ईंट से बन रहीं कन्वेंंशन सेंटर रुद्राक्ष की दीवारें
कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष कृषि उत्पादों के कचरे से बनी ईंट से इसकी दीवारें बनाई जा रही हैं। इस ईंट में बनारस के कृषि उत्पाद व मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है। साफ्ट मड मोल्ड ईंटों की गुणवत्ता यह है कि बाहर के ताप को सहन कर लेना।
वाराणसी, जेएनएन। सिगरा स्थित नगर निगम मुख्यालय के बगल में बन रहा कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष भारत व जापान की दोस्ती का प्रतीक है। खासतौर पर संगीत तीर्थ के लिए जापानी तकनीकी व वास्तुकला का नायाब नमूना है। सेंटर का ऊपरी हिस्सा शिवलिंग-अरघा और उस पर भोलेनाथ पंचमुखी रुद्राक्ष की तरह दिखेंगे। 186 करोड़ की लागत से बन रहे कन्वेंशन सेंटर में 1200 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। इसके लिए वियतनाम से कुर्सियां मंगाई जा रही हैं। खास यह कि कृषि उत्पादों के कचरे से बनी ईंट से इसकी दीवारें बनाई जा रही हैं।
इस ईंट में बनारस के कृषि उत्पाद व मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है। साफ्ट मड मोल्ड ईंटों की गुणवत्ता यह है कि बाहर के ताप को सहन कर लेना। हाल में लगने वाली स्क्रीन भी विदेश से आएगी। 2.87 हेक्टेयर एरिया में बन रहे कन्वेंंशन सेंटर की नींव दिसंबर 2015 में पड़ी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जापानी प्रधानमंत्री ङ्क्षशजो आबे बनारस आए थे। नदेसर पैलेस में शाही भोज और बनारसी कलाकृतियों के तोहफों ने ऐसा मन मोहा कि ङ्क्षशजो ने कन्वेंंशन सेंटर बनवाने का प्रस्ताव रख दिया। डिजाइन आदि पर जापान की मुहर लगी तो जुलाई 2018 में शिलान्यास हुआ। मार्च 2020 तक मियाद थी लेकिन कोरोना से कार्य विलंबित हुआ। अब दिसंबर 2020 तक बनकर तैयार हो जाएगा। वर्तमान में दो मंजिला भवन लगभग बनकर तैयार हो गया है। जापान ने 186 करोड़ रुपये अनुदान में दिए हैं। जापानी कंपनी फुजिता की ओर से यह सेंटर बनाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, म्यूजिक कांसर्ट व एग्जिविशन की सुविधा होगी। बनारस की कला-संगीत-संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए गैलरी बनेंगी। पार्किंग की भी बेहतर व्यवस्था होगी।
कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है
कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। तय मियाद में कार्य पूर्ण हो जाएगा। यह कन्वेंशन सेंटर भारत व जापान की दोस्ती का प्रतीक है। अद्भुत स्वरूप निखरकर सामने आ रहा है।
-गौरांग राठी, नगर आयुक्त, नगर निगम वाराणसी।