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Varanasi में डाउन की आंधी में उड़ी बिजली व्यवस्था, कहीं 12 तो कहीं 24 घंटे लगे ठीक करने में

वाराणसी में रविवार रात आई तेज आंधी व बारिश से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि स्थिति सामान्य होने पर रात को आपूर्ति बहाल कर दी गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 10:56 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 10:56 PM (IST)
Varanasi में डाउन की आंधी में उड़ी बिजली व्यवस्था, कहीं 12 तो कहीं 24 घंटे लगे ठीक करने में
Varanasi में डाउन की आंधी में उड़ी बिजली व्यवस्था, कहीं 12 तो कहीं 24 घंटे लगे ठीक करने में

वाराणसी, जेएनएन। दशकों बाद रविवार रात आई तेज आंधी व बारिश से विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि स्थिति सामान्य होने पर रात को आपूर्ति बहाल कर दी गई। वहीं दूसरे दिन सोमवार को शहर के अधिकतर हिस्सों में ब्रेक डाउन लिया गया। करीब आधा दर्जन मेन लाइन पर पेड़ गिर गए थे। पेड़ों की डालियां काट कर हटाने, पोल व तार ठीक करने में 12 से 24 घंटे लग गए। बत्ती गुल होने से लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ा।

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अफसरों ने संभाला मोर्चा

बिजली व्यवस्था इस कदर अस्त-व्यस्त हुई कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक के बालाजी को भी फील्ड में उतरना पड़ा। उन्होंने करसड़ा उपकेंद्र का दौरा किया। मुख्य अभियंता, वितरण मनोज अग्रवाल ने पंचकोसी, पांडेयपुर, वरुणा गार्डेन में स्थिति देखी। नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम व द्वितीय के अधीक्षण अभियंता भी फाल्ट दूर करने के दिशा-निर्देश जारी करते रहे। डायरेक्टर टेक्निकल पृथ्वी पाल सिंह सिंह ने बताया कि फाल्ट व नुकसान की रिपोर्ट बनाई जा रही है। 33 हजार की लाइन रात को ही सामान्य कर दी गई। हालांकि 11 केवी लाइन को दिन में शट डाउन लेकर ठीक किया गया।

सारनाथ में पूरे दिन आपूर्ति ठप

तेज रफ्तार आंधी से बिजली के तार, खंभे उखडऩे व पेड़ गिरने से सारनाथ क्षेत्र के महाबोधि फीडर की आपूर्ति बंद रही। लोकल फाल्ट को ठीक कराने के लिए पूरे दिन उपभोक्ता शक्तिपीठ उपकेंद्र पर दौड़ते रहे। गंज, सिंहपुर, पंचकोसी, पतेरवा, छांही, आशापुर, बरईपुर, फरीदपुर समेत अन्य क्षेत्रों में पेड़ गिरने से बिजली के 11 केवी के तार टूट गए। अधिशासी अभियंता डीके दोहरे ने बताया कि मरम्मत शाम तक चली। ग्रामीण क्षेत्र के अधिशासी अभियंता चंद्रशेखर ने बताया कि छांहि, पतेंरवा, सुल्तानपुर, सिंहपुर, अन्य इलाकों में 35 बिजली के तार टूटे थे, जिसे शाम तक मरम्मत कर आपूर्ति बहाल की गई।

पिंडरा क्षेत्र में 20 घंटे आपूर्ति बाधित

चौबेपुर क्षेत्र के गरथौली गांव में मुरारी यादव के घर के सामने नीम का पेड़ गिरने से बिजली का खंभा क्षतिग्रस्त हो गया और आपूर्ति बाधित हो गई। चौबेपुर-बाबतपुर सड़क पर रेलवे क्रासिंग कादीपुर के पास पेड़ गिरने से आवागमन ठप रहा। सुबह लोगों ने डालियां काटकर आवागमन चालू कराया। रोहनिया क्षेत्र के मोहनसराय में भी पेड़ गिरने से आपूॢत बाधित हुई। काशी विद्यापीठ ब्लाक क्षेत्र के रमसीपुर गांव के राजनारायण का दो आम का व एक नीम का पेड़ गिर गया। रोहनिया विद्युत उपकेंद्र से जुड़े बखानी, नकाईन, मडांव, नरऊर, फरीदपुर समेत अन्य गांवों में बिजली का खंभा व ट्रांसफार्मर गिरने से आपूर्ति बाधित रही। पिंडरा क्षेत्र में करीब 20 घंटे आपूर्ति बाधित रही, जिससे करीब एक लाख आबादी प्रभावित हुई। एसडीओ राहुल सिंह ने बताया कि 220 केवी उपकेंद्र गजोखर व पिंडरा विद्युत उपकेंद्र के लाइन में खराबी आ गई थी। लोहता क्षेत्र में वाराणसी-भदोही मार्ग पर तूफान से अनेकों पेड़ गिर गए। इसी तरह भटटी गांव में दस बिजली के खंभे उखड़ गए। लोहता कोटवां जनसंपर्क मार्ग पर भी कई पेड़ गिर गए थे।


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