Varanasi में भक्तों ने बाबा बटुक भैरव को लगाया कोल्ड ड्रिंक का भोग ताकि गर्मी में हो आराम
काशी के कमच्छा स्थित बटुक भैरव मंदिर में कई भक्तो ने मिलकर शुक्रवार को बाबा को कई तरह के शीतल पेय को उनके दरबार में अर्पित किया।
वाराणसी, जेएनएन। तापमान बढ़ने के बाद भक्तो ने अपने भगवान को भी शीतल पेय पदार्थों का भोग लगाया। शुक्रवार को काशी के कमच्छा स्थित बटुक भैरव मंदिर में कई भक्तो ने मिलकर बाबा को कई तरह के शीतल पेय को उनके दरबार में अर्पित किया। धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में भगवान शिव के गण भैरव के अष्ट रूपों में से एक बाल स्वरूप बाबा बटुक भैरव का मंदिर भी अन्य मंदिरों की तरह लॉकडाउन के दौरान आम श्रद्धालुओं के लिए बंद है। इसके बावजूद कई भक्त और सेवक बाबा के दर पर हाजिरी लगाने पहुंच जा रहे है।
गर्मी का असर शुरू हो गया है एेसे में कोई कोल्ड ड्रिंक्स तो कोई चॉकलेट्स उनके दर पर रखकर चला जा रहा है। मंदिर के महंत सत्येंद्र मोहन पूरी उर्फ़ मुन्ना गुरु ने बताया कि गर्मी बढ़ने के बाद श्रद्धालु लगातार शीतल पेय पदार्थ बाबा को अर्पित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां भैरव के बाल रूप में यहा विद्यमान है। इसलिए श्रद्धालु उन्हें बच्चों को प्रिय लगने वाली वस्तुएं जैसे टॉफी, चॉकलेट, बिस्कुट और नमकीन आदि का भोग लगाते है। बाबा के भक्त विजय सिंह ने शुक्रवार को बेल का भोग लगाया तो राजू यादव ने बिस्किट का भोग लगाया। कुछ भक्त इन्हें तामसी भोग जैसे अंडा, मांस, मछली, शराब आदि का भी भोग लगाते है।
काशी भगवान शिव की नगरी कही जाती है लेकिन यहां आने वाले शिव भक्त बाबा के दर्शन के साथ बटुक भैरव के भी दर्शन जरूर करते हैं। बटुक भैरव का मंदिर कमच्छा क्षेत्र के अपने दो रूपों में विराजमान हैं। मान्यताओं के अनुसार इनके दोनों रुपों के दर्शन करने से ग्रह बाधा दूर होती है और पुत्र प्राप्ति की मनोकामना पूरी होती है। मानना है कि बाबा बटुक भैरव के दर्शन से भय से मुक्ति मिलती है ही, कष्ट का निवारण भी होता है।