Move to Jagran APP

वाराणसी में अचानक पेड़ से मरकर गिरने लगे कौवे, लोगों ने कहा - 'कौवा बिरयानी की साजिश तो नहीं'

रोहनिया-मोहनसराय चौराहा स्थित अदलपुरा रोड के किनारे स्थित अलग-अलग पेड़ों पर विगत तीन चार दिनों से लगभग एक दर्जन कौवे बेहोश होकर पेड़ से अचानक गिरकर दम तोड़ रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 12:55 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 01:04 PM (IST)
वाराणसी में अचानक पेड़ से मरकर गिरने लगे कौवे, लोगों ने कहा - 'कौवा बिरयानी की साजिश तो नहीं'
वाराणसी में अचानक पेड़ से मरकर गिरने लगे कौवे, लोगों ने कहा - 'कौवा बिरयानी की साजिश तो नहीं'

वाराणसी, जेएनएन। रोहनिया-मोहनसराय चौराहा स्थित अदलपुरा रोड के किनारे स्थित अलग-अलग पेड़ों पर विगत तीन चार दिनों से लगभग एक दर्जन कौवे बेहोश होकर पेड़ से अचानक गिरकर दम तोड़ रहे हैं। शनिवार को भी कई कौवों की मौत होने के बाद स्‍थानीय लोगों में हड़कंप की स्थिति है। लोगों के अनुसार किसी वायरस या किसी नुकसानदायक वस्‍तु का सेवन कर कौवे दम तोड़ रहे हैं। इन दिनों चीन में खतरनाक कोरोना वायरस की चर्चाओं के बीच परिंदों की मौत का खौंफ लोगों के मन मस्तिष्‍क में बना हुआ है।

loksabha election banner

बीते दो तीन दिनों में अचानक पेड़ से गिरकर कुछ देर छटपटाते हुए कई कौवे दम तोड़ दे रहे हैं। क्षेत्र में यह खबर फैलते ही सोशल मीडिया से लेकर गांव तक लोगों में चर्चा होने लगी। शनिवार को भी कई कौवों के दम तोड़ने की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कौवों के इस तरह रहस्यमयी मौत को देख कर गांव के लोगों में खलबली मच गयी। कुछ क्षेत्रीय लोगों के अनुसार किसी प्रकार की क्षेत्र में अनहोनी आपदा होने की आशंका जतायी है। वहीं किसी प्रकार के खतरनाक वायरस होने की आशंका के बीच लोग काफी चिंतित हैं।

कौवा बिरयानी का मामला तो नहीं

कुछ दिनों पूर्व सोशल मीडिया में कौवा बिरयानी के लिए कौवों को जहर देकर मारने की खबरों के बाद ही वाराणसी में कौवों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया। ऐसे में कौवों के मरने की बात सामने आने के बाद उनको जहर देकर मारने की खबरें भी आम हैं। गांव में इसी आशंका के बीच अचानक बेहोश होकर पेड़ से गिरने के कुछ देर बाद छटपटा कर कौवों की मौत देखकर ग्रामीण व्‍यथित भी हैं। लोगों के बीच रहस्यमय तरीके से कौवों की मौत के साथ दहशत भी व्याप्त है और लोग तरह-तरह की चर्चा भी कर रहे हैं। दूसरी ओर पशु चिकित्‍साधिकारियों को इस मामले की जानकारी नहीं होने से कौओं का पोस्‍टमार्टम नहीं हो सका है। ऐेसे में मौत की वजह भी स्‍पष्‍ट नहीं हो सकी है। ग्रामीणों को उम्‍मीद है कि प्रशासन इनका पोस्‍टमार्टम कराए तो पता चल सकेगा कि आखिर मामला क्‍या है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.