एकमुश्त समाधान योजना में वाराणसी जोन के चार डिवीजन फिसड्डी, 25 फीसद उपभोक्ताओं ने ही कराया पंजीकरण
एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) में वाराणसी जोन के चार डिवीजन पीछे रह गए। योजना की सोमवार को अंतिम तिथि थी। हालांकि देर रात बिजली विभाग ने योजना की तिथि 31 मार्च कर दी। इससे उपभोक्ताओं को एक बार फिर मौका मिला है।
वाराणसी, जेएनएन। एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) में वाराणसी जोन के चार डिवीजन पीछे रह गए। योजना की सोमवार को अंतिम तिथि थी। हालांकि देर रात बिजली विभाग ने योजना की तिथि 31 मार्च कर दी। इससे उपभोक्ताओं को एक बार फिर मौका मिला है। अभी तक वाराणसी जोन में कुल 25 फीसद लोगों ने पंजीकरण कराया है। ओटीएस में पीछे रहने वाले क्षेत्रों में चंदौली शहर, सकलडीहा, मछलीशहर और जौनपुर द्वितीय सिर्फ पांच प्रतिशत पर सिमट कर रह गया है। इन चारों डिवीजन की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
बनारस के मंडल प्रथम में 20 तो द्वितीय में 15 फीसदी पंजीकरण
वाराणसी के सॢकल-प्रथम में 20 फीसद लोगों ने ओटीएस में रजिस्ट्रेेशन कराया है। सॢकल-द्वितीय में 15 फीसद उपभोक्ताओं ने ओटीएस योजना का लाभ लिया है। सॢकल-प्रथम में 47982 उपभोक्ताओं को ओटीएस का लाभ दिलाने का लक्ष्य था। जिसमें करीब साढ़े नौ हजार लोगों ने और सॢकल-द्वितीय के 48561 में से 3551 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है।
जौनपुर द्वितीय लक्ष्य से बहुत दूर
विद्युत वितरण खंड-द्वितीय जौनपुर लक्ष्य से काफी पीछे है। यहां मात्र केवल पांच फीसद लोगों ने ही पंजीकरण कराया है। यहां 293111 उपभोक्ताओं को ओटीएस का लाभ मिलना था। इसमें मात्र लगभग 13 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है।
ओटीएस पंजीकरण में वाराणसी जोन की प्रगति बेहतर
ओटीएस पंजीकरण में वाराणसी जोन की प्रगति बेहतर है। खराब प्रगति वाले डिवीजन के अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा।
- मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता, वाराणसी जोन