Move to Jagran APP

मीरजापुर में बदमाशों पर भारी पड़ी दिव्यांशी की हिम्मत, खुद के साथ बहन की बचाई जान

पुलिस अंकल पुलिस अंकल हमको बचा लिजिए। ये हमको लेकर भाग रहे हैं। यह आवाज छह वर्ष की बहादुर दिव्यांशी की थी जिसके कारण दो बहनों की जान बच गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 08:03 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 11:59 PM (IST)
मीरजापुर में बदमाशों पर भारी पड़ी दिव्यांशी की हिम्मत, खुद के साथ बहन की बचाई जान
मीरजापुर में बदमाशों पर भारी पड़ी दिव्यांशी की हिम्मत, खुद के साथ बहन की बचाई जान

मीरजापुर, जेएनएन। पुलिस अंकल, पुलिस अंकल हमको बचा लिजिए। ये हमको लेकर भाग रहे हैं। यह आवाज छह वर्ष की बहादुर दिव्यांशी की थी जिसके कारण दो बहनों की जान बच गई। पुलिस की वर्दी देख अपहरण कर भाग रहे बदमाश चलती बाइक से दोनों बच्चियों को सड़क पर बेरहमी से फेंक भाग निकले जिससे दोनों बहनें चोटिल हो गईं। यह घटना थाना क्षेत्र के लहंगपुर की है। सोमवार की देर शाम घटी इस घटना को लेकर लहंगपुर में छह साल की दिव्यांशी की हिम्मत की लोग दाद दे रहे हैं। उसने अपनी बहादुरी से अपनी छोटी बहन के साथ ही खुद को अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया। उनके पिता सुरेंद्र ने सीसी कैमरे के फुटेज से अपहरणकर्ताओं को पहचान कर उनके खिलाफ थाने पर नामजद तहरीर दी।

loksabha election banner

लहंगपुर पुलिस चौकी के चंद कदम की दूरी पर सुरेंद्र कुमार दुबे की छोटी लड़की देविका (18 माह) अपनी बड़ी बहन दिव्यांशी (साढ़े छह वर्ष) के साथ घर के बाहर खेल रही थी। पहले से घात लगाए बदमाश मौका देख देविका को बहला-फुसला लेकर जाने लगे, तभी उसकी बड़ी बहन दिव्यांशी की नजर पड़ गई और वह पीछे दौडऩे लगी। बोली, मेरी छोटी को दे दो, तुम कौन हो। इतने में बदमाश दिव्यांशी को भी खींच लिए और बाइक पर बैठाकर भागने लगे। दिव्यांशी रोती रही और शोरगुल के साथ हाथ-पैर पटकती रही लेकिन बदमाश लहंगपुर से जयकर दुबार रोड से होकर दो किमी दूर मुंशीपुर नाला के पास तक भाग निकले थे। वहीं पर एक होमगार्ड को देख दिव्यांशी ने शोर मचाया कि पुलिस अंकल, पुलिस अंकल हमको बचा लीजिए ये। ये हमको लेकर भाग रहे हैं। पुलिस देख बदमाश नाले के पास दोनों बच्चियों को चलती बाइक से फेंककर भाग निकले। इसमें दोनों को काफी चोटें आई हैं। होमगार्ड के पूछने पर दिव्यांशी ने बताया कि उसका घर लहंगपुर में है। वह सुरेंद्र कुमार की बेटी है। इस पर होमगार्ड ने दोनों को घर पहुंचाया तब जाकर सुरेंद्र के घर पर रोना-पीटना बंद हुआ। बच्चियों से वास्तविकता जानने के बाद पिता ने अपने घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को देखा तो वह अपहरणकर्ताओं को पहचान गए। सुरेंद्र ने अपने दोनों घायल बच्चियों के साथ थाने जाकर पुलिस को आप बीती बताई और नामजद प्रार्थना पत्र दिया। 

दोषियों को हर हालत में गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी

अपहरण के मामले की तहरीर मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है। लहंगपुर पुलिस चौकी की पुलिस भी जानकारी जुटा रही है। अपहरण से जुड़े होने के कारण मामला गंभीर है। दोषियों को हर हालत में गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

-हरिश्चंद्र सरोज, प्रभारी निरीक्षक, थाना लालगंज, मीरजापुर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.