Move to Jagran APP

गिरेंगे रक्षा संपदा की जमीन पर हुए अवैध निर्माण, रक्षा संपदा, नगर निगम और विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने किया सर्वे

रक्षा संपदा की 160 एकड़ जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण कर कब्जा करने वालों को चिह्नित कर सूची बनाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 09:44 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 08:20 AM (IST)
गिरेंगे रक्षा संपदा की जमीन पर हुए अवैध निर्माण, रक्षा संपदा, नगर निगम और विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने किया सर्वे
गिरेंगे रक्षा संपदा की जमीन पर हुए अवैध निर्माण, रक्षा संपदा, नगर निगम और विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने किया सर्वे

वाराणसी, जेएनएन। रक्षा संपदा की 160 एकड़ जमीन पर अवैध तरीके से निर्माण कर कब्जा करने वालों को चिह्नित कर सूची बनाने का काम शुक्रवार से शुरू हो गया। रक्षा संपदा, नगर निगम और विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने अवैध निर्माण और खाली जमीन का सर्वे किया। नए निर्माण पर ज्यादा फोकस था। टीम को सर्वे करता देख निर्माण करने वालों के होश उड़ गए। कई निर्माण होने पर टीम ने नाराजगी जाहिर करते हुए निर्माण को रोक दिया। वे टीम से सर्वे का कारण पूछना चाह रहे थे लेकिन हिम्मत जुटा नहीं पा रहे थे। टीम ने खरबूजा शहीद, नदेसर, अंधरापुल और मरीमाई मंदिर तक पहले दिन सर्वे किया। तीन दिन तक सर्वे का काम चलेगा।

loksabha election banner

रक्षा संपदा की 160 एकड़ जमीन नदेसर, खरबूजा शहीद, अंधरापुल, रोडवेज, परेडकोठी, इंग्लिशिया लाइन आदि क्षेत्रों में है। इन स्थानों पर मॉल, अपार्टमेंट, होटल, रेस्टोरेंट, मकान आदि का निर्माण हो चुके हैं। रक्षा संपदा, नगर निगम, विकास प्राधिकरण और राजस्व कर्मियों ने संयुक्त रूप से सर्वे कर रिपोर्ट तैयार किया था। पिछले माह मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में रक्षा संपदा के अधिकारी ने नगर निगम प्रशासन पर जमीन पर कब्जा कराने का आरोप लगाया था। पूर्ववत जमीन देने की बात कही। कहा कि हमने जमीन देख-रेख करने के लिए दी थी, न की कब्जा कराने के लिए। ऐसे में निर्णय लिया गया कि जमीन का एक  बार फिर से सर्वे करा लिया जाए जिससे आगे होने वाले निर्माण को रोका जा सके। मंडलायुक्त के निर्देश पर तीनों विभाग के अधिकारी तीन दिन में सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। टीम अवैध निर्माण को चिह्नित करने के साथ खाली जमीनों को अपने कब्जे में लेगी। सूत्रों का कहना है कि सर्वे में यह भी देखा जा रहा है कि अवैध निर्माण गिराने के लिए टीम को क्या-क्या इंतजाम करने होंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.