आइआइटी छात्र बन गए मोबाइल चोर, एसटीएफ में सिपाही के दोस्त की मोबाइल लूटना पड़ा भारी
छात्र जीवन में युवा अक्सर गलत सोहबत में या शौक पूरा करने के लिए जुर्म की राह पकड़ रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। छात्र जीवन में युवा अक्सर गलत सोहबत में या शौक पूरा करने के लिए जुर्म की राह पकड़ रहे हैं। कुछ ऐसी ही कहानी शनिवार को पुलिस की गिरफ्त में आए चार मोबाइल चोरों की रही। हाईस्कूल, इंटर के साथ ही इनमें आइआइटी के छात्र शामिल रहे, जो अपने शौक पूरा करने के लिए मोबाइल चुराते थे। लूट का सामान बरामद करते हुए पुलिस ने चारों को जेल भेज दिया है।
मिर्जामुराद थानाप्रभारी सुनीलदत्त दुबे ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि लूट की मोबाइल बेचने कुछ बदमाश मिर्जामुराद कस्बे में आने वाले है। इस पर पुलिस टीम ने कस्बे की घेराबंदी कर दी थी। जैसे ही बदमाश पहुंचे पुलिस ने सभी को धर दबोचा। हालांकि इस बीच गैंग का सरगना भागने में सफल रहा। बदमाशों के पास से लूट की चार मोबाइल, तमंचा-चाकू व बाइक बरामद हुई है। बरामद मोबाहल कछवां रोड, छतेरी, खजुरी व राजातालाब से लूटे गए थे। गिरफ्तार बदमाशों में मिर्जामुराद के खगरामपुर गांव निवासी बृजेश चौहान व गौतम चौहान, गौर (राने चट्टी) निवासी राज गुप्ता व अरका-कंसरायपुर गांव निवासी अजय उर्फ अंकित कुमार शामिल हैं। पकड़े गए सभी बदमाश हाईस्कूल, इंटर व आइआइटी के छात्र बताए जा रहे हैं। गिरफ्तारी व बरामदगी टीम में थानाप्रभारी समेत एसआई अजीत यादव व ब्रजेश सिंह शामिल रहे।
सिपाही के दोस्त की मोबाइल ने खोला राज
-एसटीएफ में कार्यरत सिपाही के दोस्त की मोबाइल लूटना बदमाशों को भारी पड़ा। 16 अगस्त को कछवांरोड के पास से सिपाही के दोस्त की मोबाइल लूटी गई। 28 अगस्त को उक्त मोबाइल में बृजेश चौहान का सिम लगा। सिम लगने के बाद सिपाही द्वारा निकाली गई कॉल्स डिटेल से चारो पकड़ में आये। हालांकि सिपाही की लुटी हुई मोबाइल बरामद नहीं हो सकी। फरार गैंग सरगना के पास मोबाइल होने की बात सामने आई है।