करिये इंतजाम, वरना जाम में फंसेंगे मेहमान, एसपी ट्रैफिक ने दिखाया लापरवाही का आईना
वाराणसी में प्रवासी सम्मेलन के दौरान इंतजाम ठीक से नहीं किए गए तो मेहमान जाम में फंसेंगे। कहीं कोई चूक न हो इसके लिए सर्तकता बरती जा रही है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रवासी सम्मेलन के दौरान इंतजाम ठीक से नहीं किए गए तो मेहमान जाम में फंसेंगे। सम्मेलन को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है। कहीं कोई चूक न हो इसके लिए सतर्कता बरती जा रही है, लेकिन कुछ अड़चनें हैं जिनकी चिंता भी सता रही है। इन अड़चनों को दूर करने के लिए कवायद तेज हो गई है। शहर में प्रवासी सम्मेलन के दौरान यातायात का भारी दबाव न पड़े इसके लिए यातायात निरीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने जिलाधिकारी को तीन पत्र लिखे हैं। अगर समय रहते समस्याओं का निदान नहीं किया जाएगा तो सम्मेलन के दौरान बड़ी अड़चन खड़ी हो सकती है। पत्रों को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
अड़चन 1 : राजघाट पुल से ठीक पहले पुल पर जाने के लिए लोहे की सीढि़यां लगी हैं। इससे चंदौली से आने वाले यात्री पुल पर चढ़ते-उतरते हैं, इससे जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। सीढि़यां जर्जर होने के कारण कमजोर भी हो गई हैं। सीढि़यों को हटा देने से यात्रियों का आवागमन भदऊ चुंगी भैसाघाट होकर होता रहेगा। इससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी।
अड़चन 2 : लहरतारा तिराहा, बौलिया तिराहे से पिसार होते हुए तरना फ्लाइओवर तक लिंक रोड है। इस ग्रामीण सड़क की चौड़ाई तीन मीटर है। इसे पांच मीटर किए जाने की आवश्यकता है। बीएचयू व बिहार से आने वाले वाहन सीधे फोरलेन तक आवागमन कर सकेंगे और शहर में यातायात का दबाव भी कम पड़ेगा।
अड़चन 3 : वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर संदहा तक ¨रग रोड बनी है। यहां से काशी विश्वनाथ मंदिर, घाट, बाबा काल भैरव मंदिर आदि महत्वपूर्ण स्थानों तक जाने के लिए शहर के मध्य से होकर जाना पड़ता है। इससे शहर पर यातायात का दबाव पूर्व की भांति बरकरार रहेगा।
संदहा से लेढ़ूपुर तक एनएचआइ ने सड़क चौड़ीकरण का काम किया है। लेढ़ूपुर से तिलमापुर होकर कपिलधारा, सरायमोहना, विनायक मंदिर, बसंता कालेज होते हुए राजघाट तक हल्के वाहन चलाए जा सकते हैं। इसमें अड़चन यह है कि बसंता कालेज से सरायमोहना के बीच वरूणा नदी पर पीडब्लूडी द्वारा पुल बनाया गया है। पुल पर कालेज प्रशासन ने दीवार बना दी है। यहां से केवल दोपहिया वाहन गुजर सकते हैं। इसके खुलने से रिंग रोड से राजघाट की दूरी 8.3 किलोमीटर रह जाएगी। यह सड़क कई जगहों पर खराब हो गई है, इसकी मरम्मत भी जरूरी है।