सब कुछ ठीक रहा तो वाराणसी में जल्द बनेंगे 11 गोदाम, साधन सहकारी समितियों को बनाया जा रहा है मजबूत
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत साधन सहकारी समितियों को मजबूत करने की कोशिश शुरू की गई है। माह पहले शुरू हुई 11 गोदामों को बनाने की प्रक्रिया में और तेजी आई है। इसे दो चरणों में पूरा करने की तैयारी है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत साधन सहकारी समितियों को मजबूत करने की कोशिश शुरू की गई है। विगत दिनों शुरू हुई 11 गोदामों को बनाने की प्रक्रिया में और तेजी आई है। इसे दो चरणों में पूरा करने की तैयारी है। पहले चरण में पांच व दूसरे चरण में छह गोदामों का निर्माण होगा।
पहले चरण के लिए चयनित समितियां
क्षेत्रीय सहकारी समिति मिर्जामुराद व फूलपुर तथा साधन सहकारी समिति भानपुर, हिरामनपुर व मरूई छतांव। वहीं दूसरे चरण के लिए चयनित समितियां साधन सहकारी समिति राजवाड़ी, नरायणपुर, चोलापुर, बर्थराकला, भवानीपुर व क्षेत्रीय सहकारी समिति हरहुआ शामिल हैं।
भंडारण सुविधाओं से किसानों को होगा लाभ
केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा कृषि क्षेत्र में विकास करने व किसानों का आय दोगुनी करने में सहकारी समितियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हैं। ये समितियां किसानों को ऋण, खाद, बीज व उनके उत्पाद को खरीदने की सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं। किसानों की सुविधा के लिए भंडारण की व्यवस्था वेयरहाउसिंग डेवलपेंट एंड रेगुलेटरी आथारिटी (डब्ल्यूडीआरए) के मानकों के अनुसार विकसित करने की योजना है। जिला सहकारी बैंक तेलियाबाग के महाप्रबंधक एके कुशवाहा ने बताया है कि गोदामों के निर्माण के लिए एआइएफ यानी एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड पोर्टल पर प्रस्ताव को अपलोड कर दिया गया है।
आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत साधन सहकारी समितियों को और मजबूत बनाया जा रहा है। 11 गोदाम के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसके बनने से स्थानीय स्तर पर किसानों को बीज उर्वरक व अन्य सामग्री जो किसानों के हित में होंगे उपलब्ध होंगे।
- अजित सिंह, सहायक आयुक्त व सहायक निबंधक सहकारिता।
सहकारी समितियां
- 93 समितियां है जनपद में
- 11 समितियों में तैयार होंगे गोदाम
- 20 फीसद समितियां खर्च करेगी
- 21 लाख में बनेगा भंडारण गोदाम
- एक फीसद ब्याज पर मिलेगी धनराशि
- 100 टन का गोदाम भंडारण क्षमता