बगैर मास्क के पकड़े जाने पर चालान काटकर जुर्माना संग दिया जाएगा मास्क, समूहों की महिलाओं को आर्थिक लाभ
बगैर मास्क लगाए किसी व्यक्ति का चालान होगा तो उसे मौके पर ही दो मास्क दिए जाएंगे। उसके बदले उससे 10 रुपये शुल्क लिया जाएगा जो समूह की महिलाओं को मिलेगा।
सोनभद्र [सुजीत शुक्ल]। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचने के लिए सोनांचल की महिलाओं ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर मास्क और सैनिटाइजर तैयार किया। अब वहीं मास्क पुलिस विभाग लोगों का चालान काटने के दौरान देगा। यानी जब भी बगैर मास्क लगाए किसी व्यक्ति का चालान होगा तो उसे मौके पर ही दो मास्क दिए जाएंगे। उसके बदले उससे 10 रुपये शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क एनआरएलएम(राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को दिया जाएगा जो उस समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करेगा। इसके लिए प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा तो उसपर अमल भी शुरू हो गया है।
कोरोना वायरस के कारण जब देशभर में लॉकडाउन लगा तो सभी तरह की आर्थिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई। इससे स्वयं सहायता समूहों को भी नुकसान हुआ। बाद में शासन ने समूहों के माध्यम से तमाम गतिविधियों को सुचारू करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले के तमाम स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं ने मास्क और सैनिटाइजर बनाना शुरू कर दिया। वह मास्क विभिन्न स्थानों पर वितरित भी कराया गया। खादी कपड़े से तैयार मास्क के जरिए ही समूह की इन महिलाओं को आर्थिक रूप से समृद्ध करने की अब योजना बनी है। इसके तहत ये मास्क पुलिस विभाग अपने पास रखेगा। जिला प्रशासन भी जगह-जगह रखवाएगा। उसकी बिक्री पांच रुपये एक की होगी। इस तरह से वह धनराशि इकटठा करके समूहों को दी जाएगी। खास बात यह कि पुलिस जब भी किसी को बगैर मास्क लगाए पकड़ेगी तो उसे दो मास्क देगी। दस रुपये शुल्क लिया जाएगा। मास्क बिक्री के लिए सार्वजनिक स्थलों का चयन किया जाएगा।
एक मास्क की कीमत 13.60 रुपये
एनआरएलएम के मुताबिक एक मास्क की कीमत 13.60 रुपये है। इसमें चार रुपये स्वयं सहायता समूहों को प्राप्त होना है। शासन से आए निर्देश के मुताबिक एक व्यक्ति को दो मास्क दिया जाएगा। इसका मूल्य दस रुपये हागा। ऐसे में स्वयं सहयता समूहों द्वारा मास्क के विक्रय में आने वाली लागत के अंतर की अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को सीएसआर के माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी। इस तरह से जिले में महिलाओं ने कुल 2 लाख 10 हजार मास्क तैयार किया है। इसकी बिक्री होने पर समूहों को 10 लाख 50 हजार रुपये की आमदनी होगी।
समूह से जुड़ी महिलाओं ने मास्क तैयार किया
कोरोना वायरस को मात देने के लिए समूह से जुड़ी महिलाओं ने मास्क तैयार किया है। उसकी बिक्री अब पांच रुपये में की जाएगी। इससे एक तो सभी मास्क का उपयोग करेंगे और दूसरा लाभ यह कि समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से समृद्ध होंगी। पुलिस भी चालान काटते समय दो मास्क लोगों को देगी, उनसे दस रुपये शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए जिलाधिकारी के माध्यम से पुलिस अधीक्षक को मास्क भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
- एमजी रवि, जिला प्रबंधक-एनआरएलएम