ईद-उल-फित्र को पांच दिन शेष, खरीदारी हुई तेज
ईद का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है रोजेदारों की उत्सुकता भी बढ़ती जा रही है।
वाराणसी : ईद का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, रोजेदारों की उत्सुकता भी बढ़ती जा रही है। शाम ढलते ही शहर के प्रमुख बाजारों में खरीदारों का रेला उमड़ रहा है। बच्चों के कपड़े हों या महिलाओं के परिधान या फिर चप्पल, चूड़ी, सैंडल और घर के सजावटी सामान आदि की खरीदारी में जबरदस्त तेजी आई है।
रमजानुल मुबारक का 29वां रोजा मंगलवार को है। उलमा-ए-कराम के मुताबिक 29 रमजान को चांद की तस्दीक होने की दशा में बुधवार (पांच जून) को ईद मनाई जाएगी। वहीं चांद न दिखने की सूरत में 30 रोजे पूरे किए जाएंगे। रमजान के शुरुआती दोनों अशरों में जहां लोग अपने-अपने कार्यो में मशगूल थे, वहीं आखिरी अशरे में बच्चों व परिवार की ख्वाहिश पूरी करने को निकलने लगे हैं। यही वजह है कि अचानक शहर के परंपरागत व आधुनिक बाजार खरीदारों से पटे जा रहे हैं। हालांकि तेज धूप और उमस के चलते चौक, दालमंडी, बेनियाबाग, नई सड़क, गोदौलिया आदि बाजारों में दिन में खरीदार कम ही निकल रहे हैं, लेकिन इफ्तार के बाद यहां पैर रखने की भी जगह नहीं रह जा रही है। बनारस ही नहीं बल्कि जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, मीरजापुर, भदोही आदि जिलों के लोग यहां ईद की खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं।
------------------ प्रधान डाकघर में सजा इफ्तार का दस्तरख्वान
जासं, वाराणसी : विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की ओर से समाज में समरसता के लिए दावते इफ्तार का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बुधवार को प्रधान डाकघर, विश्वेश्वरगंज में सामूहिक रोजा इफ्तार का आयोजन सीनियर पोस्ट मास्टर शंभू राय व प्रवर अधीक्षक डाकघर डीबी त्रिपाठी की ओर से किया गया। कर्मचारियों के साथ ही खरीदारी को निकले रोजदारों ने एक-साथ बैठकर इफ्तार किया। इसमें डाकघर के पुराने ग्राहकों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। इसके बाद मौलाना मुश्ताक अहमद ने मगरिब की नमाज अदा कराई। आपसी प्रेम व भाइचारे की मजबूती के लिए दुआएं मांगी गई। इस अवसर पर इम्तियाज अहमद, अब्दुल कादिर, मो. सलीम, कुलभूषण त्रिपाठी, राजेंद्र प्रसाद आदि थे। उधर, औरंगाबाद स्थित मस्जिद मीर नजीर में बाबे माकर्ेंटाइल बैंक, नई सड़क की ओर से इफ्तार का आयोजन किया गया। इफ्तार के बाद आयोजित मजलिस को मौलाना बाकर रजा बलियावी ने खेताब किया। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को इंडियन यूथ फाउंडेशन की ओर से आगा गंज स्थित हाजी हारून के आवास पर दावते-इफ्तार आयोजित था। इसमें संस्थापक मकबूल अहमद मुजद्दीदी, उप सचिव रवि कुमार राय, द मरियम फाउंडेशन के अध्यक्ष शाहिद अंसारी, बुनकर दस्तकार मंच के इदरीस अंसारी, राष्ट्रीय अंसारी एकता संगठन फजलुर रहमान, रफ-रफ कमेटी के संस्थापक हैदर अली मुजद्दीदी सहित मो. जावेद, आसिफ मलिक, सरफराज अंसारी, इम्तियाज अहमद आदि थे।