छह माह में मंडलीय अस्पताल में10 बेड की आइसीयू, वेंटिलेटर बेड की भी होगी व्यवस्था Varanasi news
नोडल अफसर डा. रजनीश दुबे ने कहा कि श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय जनपद ही नहीं बल्कि पूर्वांचल का एक प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान है।
वाराणसी, जेएनएन। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा व वाराणसी जिले के नोडल अफसर डा. रजनीश दुबे ने कहा कि श्री शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय जनपद ही नहीं बल्कि पूर्वाचल का एक प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान है। यहा गैर जिले से चिकित्सा के लिए मरीज आते हैं। इसे देखते हुए छह माह के अंदर इस चिकित्सालय में 10 बेड के आइसीयू व वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था होगी। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। आइसीयू में जरूरत के अनुसार डॉक्टर व पैरामेडिकल कर्मियों की नियुक्ति होगी।
वर्तमान में तीन डायलिसिस मशीन को नाकाफी बताते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सात और डायलिसिस मशीन लगाने का प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजने का निर्देश दिया। मंडलीय अस्पताल में शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान आकस्मिक वार्ड में ऑक्सीजन लाइनों में लीकेज के कारण क्रियाशील न होने की जानकारी पर उन्होंने नाराजगी जताई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इनके लिए नई परियोजना स्वीकृत हो चुकी है जिस पर प्रमुख सचिव ने 31 अक्टूबर तक इस नई प्रणाली को पूरी तरह क्रियाशील करने का निर्देश दिया। प्रमुख सचिव ने आयुष्मान भारत की प्रगति को कम देख नाराजगी जाहिर की और कार्य में गति लाने का निर्देश दिया।
- दुरुस्त कराएं क्षतिग्रस्त छत व फर्श प्रमुख सचिव ने अस्पताल परिसर में समुचित साफ-सफाई व्यवस्था कराने के साथ ही जगह-जगह टूटी हुई फर्श आदि की मरम्मत कराए जाने का निर्देश दिया। औचक निरीक्षण में मंडलीय अस्पताल के एक-दो वाडरें में क्षतिग्रस्त छत को देखकर लोक निर्माण विभाग से सर्वे करा स्टीमेट तैयार कराने का निर्देश दिया। वहीं मच्छरों से बचाव के लिए खिड़कियों व दरवाजों पर जाली लगाने के लिए निर्देशित किया।
- तीमारदार को भी मिलेगा भोजन प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य रजनीश दुबे ने कहा कि शासन के निर्देश पर अब मरीज के साथ एक तीमारदार को अस्पताल से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। मंडलीय अस्पताल में मरीजों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता अच्छी है। यहा इस योजना को तुरंत लागू करने को निर्देशित किया। कहा कि अन्य जिलों के अस्पतालों में भी जल्द ही योजना को लागू किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान सीडीओ गौराग राठी, सीएमओ डॉ. वीबी सिंह आदि मौजूद थे।
- तीन डाक्टरों को फटाकर, नोटिस निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने पाया कि कुछ डाक्टरों ने तो सर्जरी मानक के अधिक की है लेकिन कुछ ने लापरवाही बरती है। ऐसे तीन डाक्टरों को फटकार लगाने के साथ ही नोटिस देने का निर्देश दिया। अच्छा कार्य करने वाले चिकित्सकों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा।