भविष्य की सियासत में पेश करूंगा बड़ी चुनौती, जनता मुझे जिताएगी- बोले बसपा प्रत्याशी शाह आलम
बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने 2024 में और बड़ी चुनौती पेश करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जनता ने ही मेरा चुनाव लड़ा है जिसका नतीजा विपक्षी देख चुके हैं। मैं हार के बारे में मंथन कर अगले चुनाव के लिए अभी से प्रयास करूंगा।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने वर्ष 2024 में और बड़ी चुनौती पेश करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जनता ने ही मेरा चुनाव लड़ा है, जिसका नतीजा विपक्षी देख चुके हैं। मैं हार के बारे में मंथन कर अगले चुनाव के लिए अभी से प्रयास करूंगा। मेरी नजर में वक्त कम होने के कारण मैं एक-एक व्यक्ति से मिल नहीं पाया, लेकिन अगले चुनाव में ऐसा नहीं होगा। मैं चुनाव हारा हूं, लेेकिन हृदय से हार नहीं माना हूं ...।
मुबारकपुर विधानसभा से दो बार विधायक रहे शाह आलम विधानसभा चुनाव 2022 से पूर्व बसपा से निष्काषित कर दिए गए थे। उसके बाद उनके सपा में जाने की अटकलें लगाई जाने लगीं। सपा मुखिया के साथ उनकी फोटो भी सामने आई थी। सपा ने टिकट नहीं दिया, तो ओवैसी की पार्टी से चुनाव लड़ गए। उधर, दीदारगंज से भी एक मुस्लिम पूर्व विधायक का सपा ने टिकट काट दिया था। मुस्लिमों में वह घटना भी नाराजगी की वजह रही। अबकी उपचुनाव में शाह आलम ने मुंबई से आए सपा के एक नेता के कटाक्ष करती बातों के जवाब में दीदारगंज के पूर्व विधायक का टिकट कटने के मामले को उठाया तो मुस्लिमों में नई बहस छिड़ गई। इस तरह के कई वजह ने गुड्डू जमाली के चुनावी समीकरण को बदला। जिसका उन्हें लड़ाई मजबूत करने में फायदा मिला।
कोरोना काल की दुश्वारियों में जनता के लिए खड़े रहने के लिए खूब सुर्खियां बटोरी थी। गुड्डू जमाली के दावे पर गौर करें तो वह भविष्य में फिर से दिग्गज सियासी दलों के लिए संकट बन सकते हैं। चुनावी आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2014 में शाह आलम बसपा से ही लड़कर 266528 वोट पाए थे। यहां गौर करने करने वाली बात है कि उस समय वाेटिंग फीसद 56.40 रहा, जबकि इस बार 49.48 फीसद में 266210 वोट पा गए। यह साबित करता है कि उनका कद बढ़ा है।