मीरजापुर में पत्नी पर चाकू से हमला कर खुद फांसी के फंदे पर झूला पति, मौत
मीरजापुर के जमालपुर थाना क्षेत्र के जमालपुर निवासी एक व्यक्ति ने घरेलू मामले को लेकर हुए विवाद के बाद पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला करते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद खुद कमरे की बड़ेर में फांसी का फंदा लगाकर झूल गया।
मीरजापुर, जेएनएन। जमालपुर थाना क्षेत्र के जमालपुर निवासी एक व्यक्ति ने घरेलू मामले को लेकर हुए विवाद के बाद पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला करते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद खुद कमरे की बड़ेर में फांसी का फंदा लगाकर झूल गया। पति के हमले से घायल पत्नी की शोरगुल के बाद आसपास के लोग पहुंचे और उसे सीएचसी जमालपुर ले गए। वहां हालत गंभीर देख चिकित्सक ने महिला को बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जमालपुर निवासी छोटू बियार (58) का रविवार की सुबह किसी बात को लेकर अपनी पत्नी मुन्नी देवी(54)से विवाद हो गया। तूं-तूं मैं-मैं के दौरान पति गुस्से में आ गया और उसने सब्जी काटने वाले चाकू से पत्नी के गर्दन के ऊपर कई प्रहार करके गंभीर रूप से घायल कर दिया। चाकू के हमले से घायल हुई महिला लोगों से जान बचाने की गुहार लगाते हुए बाहर भागी। करीब 100 मीटर दूर जाकर काली मंदिर के सामने गिरकर बेहोश हो गई। मौके पर जुटे ग्रामीणों ने घायलावस्था में महिला को अस्पताल पहुंचाया। सभी लोग महिला की हालत को लेकर परेशान थे कि इसी बीच पति अपने कच्चे मकान में पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर बड़ेर में फांसी का फंदा लगाकर झूल गए। घटना की खबर लगते ही पुलिस पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए उससे कमरा खोलवाने लगी। कई बार आवाज लगाने के बावजूद छोटू कुछ नहीं बोला तो पुलिस कमरे के पीछे की दीवार को खोदकर अंदर दाखिल हुई। देखा कि छोटू फंदे पर झूल रहा है। उसके शव को नीचे उतरवाया और पीएम के लिए भेज दिया। मृतक को दो पुत्र पिंटू एवं झुन्नू है। बड़ा पुत्र अपने परिवार के साथ तमिलनाडु में रहकर जीवकोपार्जन करता है तो दूसरा पुत्र अपने परिवार के साथ घर पर रहता है। घटना के समय छोटा पुत्र अपनी पत्नी के साथ अपने पुत्र का इलाज कराने के लिए घर से बाहर गया हुआ था।
घटना के दौरान पति पत्नी के अलावा कोई दूसरा नहीं था
छोटे बेटे के अनुसार उसके पिता मजदूरी का काम करते थे। वे लोग बाहर रहते हैं। लॉकडाउन में घर आए थे। घर पर उसके माता पिता ही रहते थे। जिस समय यह घटना हुई उस समय भी घर में केवल माता पिता ही मौजूद थे। इसलिए वे चाकूओं से लगातार हमला करते चले गए। अगर कोई होता तो ऐसी घटना नहीं होती। समाचार लिखे जाने तक पत्नी की हालत चिंता जनक बनी हुई थी।