वाराणसी समेत यूपी के तीन शहरों के होटल सुरक्षित नहीं
विकास बागी, वाराणसी : काशी, मथुरा, आगरा में स्थित होटलों और गेस्ट हाउस में ठहरने वाले देसी-विदेशी पर
विकास बागी, वाराणसी : काशी, मथुरा, आगरा में स्थित होटलों और गेस्ट हाउस में ठहरने वाले देसी-विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा की उचित व्यवस्था नहीं हैं। जनरल सेक्रेटरी, नेशनल ह्यूमन राइट कम्युनिटी ऑफ इंडिया-पश्चिम बंगाल के पत्र पर पुलिस महानिदेशक कार्यालय ने संबंधित जिलों के कप्तान को सुरक्षा इंतजाम दुरुस्त कराने के निर्देश के साथ ही सुरक्षा के बाबत हुई कवायद की रिपोर्ट मांगी है।
नेशनल ह्यूमन राइट कम्युनिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन के आदेश पर जनरल सेक्रेटरी सौमेन दास के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने वाराणसी में बीते 17 मार्च, मथुरा और वृंदावन में 22-23 मार्च और इसके बाद आगरा का दौरा किया था। दरअसल, नेशनल ह्यूमन राइट कम्युनिटी ऑफ इंडिया को शिकायत मिली थी कि मानव तस्करी, बाल तस्करी, वेश्यावृत्ति व अन्य अनैतिक गतिविधियां यहां के होटलों से संचालित हो रही हैं।
पश्चिम बंगाल की चार सदस्यीय टीम ने वाराणसी, मथुरा और आगरा में भ्रमण के दौरान तमाम होटलों और गेस्ट हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें होटलों में अनैतिक गतिविधियां तो नहीं दिखीं, मगर सुरक्षा में कई लूप होल मिले। कमेटी ने नेशनल ह्यूमन राइट कम्युनिटी के चेयरमैन के साथ पुलिस महानिदेशक उप्र को इस बाबत पत्र भेज कर ध्यान आकृष्ट कराया। सुरक्षा-व्यवस्था में मिली खामियां -
-- होटल, गेस्ट हाउस में सीसी कैमरे नहीं लगे हैं। मानीट¨रग की व्यवस्था नहीं।
- टूरिस्ट रजिस्टर बुक के रखरखाव में होटल प्रबंधन की ओर से लापरवाही।
- कुछ होटल, गेस्ट हाउस संचालक पर्यटकों की पहचान से संबंधित दस्तावेज की फोटो कापी नहीं जमा रखते।
- अग्निशमन की व्यवस्था ठीक नहीं है। अधिकतर होटलों में लगे फायर सिस्टम पुराने व एक्सपायर हो चुके हैं।
- कई होटल, गेस्ट हाउस संचालकों ने फायर विभाग ने लाइसेंस नहीं लिया है।
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