उम्मीद कार्ड उठाएगा कुलियों के इलाज खर्च का बोझ, पीडीडीयू मंडल के 340 कुलियों को मिलेगा लाभ
रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का बोझ उठाने वाले देश के लगभग 23 हजार कुलियों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे ने उन्हें व उनके आश्रितों को कोरोना काल में मुफ्त चिकित्सा सेवा की सुविधा दी है। रेलवे की इस पहल से कुली भी कैशलेस व्यवस्था से जुड़ जाएंगे।
चंदौली [विवेक दुबे]। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों का बोझ उठाने वाले देश के लगभग 23 हजार कुलियों के लिए अच्छी खबर है। रेलवे ने उन्हें व उनके आश्रितों को कोरोना काल में मुफ्त चिकित्सा सेवा की सुविधा दी है। उनका उम्मीद कार्ड बनेगा इससे उन्हें अब चिकित्सा के लिए न अपना पैसा खर्च करना पड़ेगा और ही दर-दर भटकना होगा।
जब पहली भारतीय रेल पटरी पर दौड़ी थी तब से कुली रेलवे का अहम हिस्सा हैं। वैश्विक महामारी कोरोना काल में लाकडाउन होने से उनका काम धंधा ठप हो गया। स्टेशनों पर यात्रियों का सामान उठाने वाले कुली काम की तलाश में इधर-उधर भटकने लगे। रेलवे ने इस संक्रमण काल में इन्हें राहत पहुंचाते हुए उम्मीद कार्ड से जोड़कर स्वास्थ्य सुविधा शुरू की है। अभी तक चोट लगने पर भी इन्हें अपना पैसा खर्च कर मरहम पट्टी, दवा लेनी होती थी लेकिन उम्मीद कार्ड अब उनकी सेहत का ख्याल रखेगा।
लाभार्थी के साथ उनके परिवार को मिलेगा लाभ
रेल नियमावली के अनुसार उम्मीद कार्ड के लाभार्थी के साथ-साथ उनके उनके आश्रित माता-पिता, पत्नी व बच्चे का इस कार्ड के जरिए मुफ्त उपचार की सुविधा ले सकेंगे। बच्चों की शादी के बाद यह लाभ नहीं मिलेगा। परिवार का कोई सदस्य बीमार होता है तो वह रेलवे अस्पताल में उम्मीद कार्ड लेकर जाएगा। उसके साथ में अपना परिचय पत्र भी ले जाना होगा जिससे यह पता चले कि वह कार्डधारक का पारिवारिक सदस्य है।
पीडीडीयू मंडल के 340 कुलियों को मिलेगा लाभ
पीडीडीयू रेल मंडल के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक रूपेश कुमार ने बताया मंडल में 340 कुली हैं। रेलवे बोर्ड से प्राप्त निर्देश के तहत इनका उम्मीद कार्ड बनना है। इनकी सूची कार्मिक विभाग को सौंप दी गई है। रेलवे की इस पहल से कुली भी कैशलेस व्यवस्था से जुड़ जाएंगे।
मंडलवार कुलियों की संख्या
पीडीडीयू मंडल 340
दानापुर मंडल 316
समस्तीपुर मंडल 400
सोनपुर मंडल 325
धनबाद मंडल 330
लखनऊ मंडल 589
वाराणसी मंडल 200
जांच पड़ताल के बाद कार्ड बनवाया जा रहा है
कुलियों का उम्मीद कार्ड बनवाने की पहल की जा रही है। जांच पड़ताल के बाद कार्ड बनवाया जा रहा है। इसके लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है।
राजेश कुमार पांडेय, मंडल रेल प्रबंधक, पीडीडीयू मंडल