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वाराणसी में खांसी, जुकाम व बुखार होने पर तीन दिनों तक होम आइसोलेशन, आशा व एएनएम की रहेगी नजर

बनारस में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को काबू में रखा है। वहीं खांसी-जुकाम व बुखार होने पर तत्काल तीन दिन के लिए होम आइसोलेशन में भेजने की रणनीति भी बनाई गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 11:42 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 04:28 PM (IST)
वाराणसी में खांसी, जुकाम व बुखार होने पर तीन दिनों तक होम आइसोलेशन, आशा व एएनएम की रहेगी नजर
वाराणसी में खांसी, जुकाम व बुखार होने पर तीन दिनों तक होम आइसोलेशन, आशा व एएनएम की रहेगी नजर

वाराणसी, जेएनएन। अब तक बनारस में स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को काबू में रखा है। कुछ लोगों की लापरवाही के बाद भी हालात ऐसे बिगड़े नहीं हैं जिसे भयानक की संज्ञा दी जा सके लेकिन आगामी तीन माह स्वास्थ्य विभाग के लिए नई चुनौती साबित होंगे। कारण यह कि जुलाई, अगस्त व सितंबर में वायरल बुखार की शिकायतें आम हो जाती हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमित को चिह्नित करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। फिलहाल, ऐसी विषम परिस्थिति का आकलन करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई रणनीति तैयार कर ली है। इसके केंद्र में गांव व शहर में आए प्रवासी ही होंगे, क्योंकि इनके वायरल बुखार में कोरोना संक्रमण की आशंका ज्यादा रहेगी। सीएमओ डा. वीबी सिंह ने जिले के आला स्वास्थ्य अधिकारियों से लेकर आशा व एएनएम को भी रणनीति का हिस्सा बनाया है। इसके तहत प्रवासियों को खांसी-जुकाम व बुखार होने पर उन्हें तत्काल तीन दिन के लिए होम आइसोलेशन में भेज दिया जाएगा।

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चिकित्सकों की सलाह से आशा व एएनएम की निगरानी में संक्रमित को दवाएं दी जाएंगी। इसमें पैरासिटामॉल बुखार के लिए मुख्य दवा होगी। यदि लक्षण बढ़ते हैं या श्वांस लेने में तकलीफ होती है, तो इसकी सूचना पुन: प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दी जाएगी। पीडि़त व्यक्ति को 108 एंबुलेंस से नजदीकी क्वारंटाइन फैसिलिटी में भेजा जाएगा, जहां स्वास्थ्य का परीक्षण कर यथा आवश्यक उसे लेवल-वन, लेवल-2 या लेवल-थ्री कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया जाए।

घर पर चस्पा हो जाएगा पोस्टर

इस दौरान परिवार के सदस्यों को पीडि़त से पृथक रखा जाएगा। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएंं, मधुमेह, उच्च रक्तचाप व हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति है तो उन्हें होम क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके अलावा घर पर नोटिस भी चस्पा होगी जिसे 21 दिन बाद हटाया जाएगा।

नियमित रूप से किया जाएगा भ्रमण

ग्रामीण क्षेत्रों के 760 ग्रामों तथा शहरी क्षेत्रों के 90 वार्डों में गठित निगरानी समितियों का नियमित रूप से भ्रमण व निरीक्षण किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र में बीसीपीएम व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा शहरी क्षेत्रों सीसीपीएम व अर्बन कोआर्डिनेटर जनपद स्तर पर जिला सर्विलांस अधिकारी डा. एसएस कन्नौजिया के नेतृत्व में गठित पांच सदस्यीय कमेटी को प्रतिदिन 11 बजे अपनी निरीक्षण रिपोर्ट प्रेषित करना सुनिश्चित किया गया है।


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