मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर वरन नदी के पास हाथियों के झुंड ने मचाया उत्पात
लगातार तीन दिनों से मध्य प्रदेश और उतर प्रदेश के सीमावर्ती जंगलों में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सोनभद्र, जेएनएन। लगातार तीन दिनों से मध्य प्रदेश और उतर प्रदेश के सीमावर्ती जंगलों में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात मध्य प्रदेश के गोभा गांव में जमकर उत्पात मचाने के बाद बैढन वन विभाग की टीम ने हाथियों को उत्तरप्रदेश की सीमा में खदेड़ दिया था। शनिवार को पूरे दिन हाथियों के झुंड ने कोडार के जंगलों में चहल कदमी करने के बाद रात में फिर दोबारा मध्यप्रदेश की और अपना रुख कर लिया।
शनिवार की देर रात लगभग एक बजे हाथी वरन नदी पार कर मध्यप्रदेश के गोभा के जंगलों में पहुंच कर वहां जमकर उत्पात मचाया। गोभा गांव के टोला ननिया गढ़ मे किसान बद्री नारायण सिंह पुत्र हरि प्रसाद व विजय सिंह गौड़ पुत्र हीरामन गौड़ के घर को ध्वस्त करते हुए घर मे रखे आनाज को खा लिया। वहीं जगत पाल, रिचक पाल, मान सिंह की खड़ी मक्के व धान की फसलों को बर्बाद कर दिया।
ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बैढन वन विभाग की टीम ने पटाखे, मशाल व डीजे का प्रयोग कर हाथियों के झुंड को खदेड़ा। हाथियों का झुंड दोबारा उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित वरन नदी पर आ गए। रविवार की दोपहर तक जंगली हाथियो का झुंड वरन नदी पर ही चहल कदमी कर रहा था। वन क्षेत्राधिकारी जरहा रेंज मोहमद जहीर मिर्जा ने बताया कि रात में हाथियों के झुंड ने उत्तर प्रदेश की सीमा को छोड़ दिया था परंतु सुबह फिर हमारी सीमा के नजदीक पहुंच गए हैं। हाथी हमेशा रात में ही आगे बढ़ते हैं आज रात में देखना होगा कि हाथियों का रुख कैसा रहता है। हमारी पूरी कोशिश हाथियों के झुंड को किसी तरह से महुली के जंगलों के रास्ते वापस छत्तीसगढ़ की सीमा में प्रवेश करा दें। हमारी टीम हाथियों के हर कदम पर निगाह बनाये हुए है।
मध्य प्रदेश में जाने के बाद फिर से जनपद सोनभद्र में वापस लौटने की संभावना के मद्देनजर हाथियों के झुंड को विपरीत दिशा में भगाने के लिए वन विभाग द्वारा रविवार को पूरी तरह से होमवर्क तैयार कर लिया गया है l प्रभागीय वन अधिकारी रेणुकूट के दिशा निर्देश में वन क्षेत्राधिकारी जहीर मिर्जा द्वारा रेंज कार्यालय पर मशाल को तैयार कर रखवा लिया गया है l उन्होंने बताया कि वन रेंज के समस्त वन कर्मियों को पूरी तरह से मशाल जलाने और हाथियों को भगाने के लिए संक्षिप्त रूप से जानकारी दिया गया l उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में हाथी अब जरहा रेंज की सीमा से महज 2 किलोमीटर दूर वरन नदी के उस पार जंगलों में है l संभावना है कि रात में हाथियों का झुंड सोनभद्र में प्रवेश कर सकता है जिसके मद्देनजर वन विभाग पूरी तैयारी कर लिया है l