Hello Doctor : मौसम के प्रहार से बचाएगी संयमित दिनचर्या, ताजा खानपान और व्यायाम
आइएमए के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ फिजीशियन डा. पीके तिवारी बताते हैं कि मौसम के इस संक्रमण काल के साथ संक्रामक व वायरल बीमारियों ने भी जोर पकड़ लिया है। इससे बचाव का मूलमंत्र है संयमित दिनचर्या स्वच्छ पेयजल ताजा भोजन और व्यायाम।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। वर्षा ऋतु का आगमन हो चुका है। इसमें कभी बादल भारी पड़ रहे तो तपिश जोर पकड़ रही। मौसम के इस संक्रमण काल के साथ संक्रामक व वायरल बीमारियों ने भी जोर पकड़ लिया है। आइएमए के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ फिजीशियन डा. पीके तिवारी बताते हैं कि इससे बचाव का मूलमंत्र है संयमित दिनचर्या, स्वच्छ पेयजल, ताजा भोजन और व्यायाम। वे दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का फोन पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मौसम में बासी खाना भले ही फ्रीज में रखा हुआ हो, उसे गरम करके खाना भी खतरनाक हो सकता है।
0-साल भर से वजन गिर रहा है, कमजोरी महसूस होती है। हड्डियों में दर्द के साथ गैस बनती है?
-नाश्ता व भोजन समय से करें। व्यायाम अवश्य करें। डाक्टर की सलाह लें। जंक फूड व मसालेदार खाना खाने से परहेज करें।
0-मां 76 साल की हैं। मौसम बदलने के साथ उनके पेट में दिक्कत बढ़ जाती है?
-खानपान बेहतर करें। स्वच्छ पानी और ताजा भोजन के साथ ही सामान्य तापमान में रहें। ज्यादा तली-भूनी चीजों को खाने से परहेज करें।
0-मेरी उम्र 51 साल है, तेज गर्मी के साथ हथेली व पैर के तलवे में जलन होता है। जी घबड़ाता है?
-यह उम्रगत या थायरायड संबंधित समस्या हो सकती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें। उसकी सलाह पर न्यूरोलाजिस्ट की भी सलाह लेनी पड़ सकती है।
0-वर्षा काल के साथ मच्छरों की भरमार हो गई है। मच्छरों और डेंगू-मलेरिया के खतरे से कैसे बचें?
-घर-बाहर कहीं भी पानी न जमा होने दें। कूलर से लेकर छतों पर रखे निष्प्रयोज्य सामान, बर्तन, टायर आदि में पानी न जमा होने पाए। नालियों में बहाव न हो तो मिट्टी का तेल या जला मोबिल डाल दें ताकि मच्छरों के लार्वा न पनपें।
0-पैर में झनझनाहट हो रही है। पेशाब में जलन के साथ ही दर्द हो रहा है?
-पेशाब की जांच कराएं। पेशाब नली में संक्रमण का अंदेशा है। चिकित्सक की देखरेख में जांच व इलाज कराएं।
0-मेरी बहन के शरीर में दर्द हो रहा है। सिर भी चकरा रहा है?
-अधिक से अधिक तरल पदार्थ लें। शरीर में ज्यादा दर्द हो तो पैरासिटामाल ले सकती हैं।
0-बाएं हाथ में दर्द है। सोते समय आंख में जलन होती है?
-अस्थि व नेत्र रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
0-बरसात में जल जमाव के साथ ही जगह-जगह गड्ढे हैं जिससे मच्छर बढ़ गए हैं। इनसे कैसे बचा जाए?
-स्वच्छता को लेकर सतर्क रहना होगा। घर व आसपास सफाई रखने के साथ ही कहीं भी पानी न जमा होने दें। घरों की खिड़कियों में जाली लगाएं ताकि मच्छरों से बचा जा सकें। रात में मच्छरदानी का उपयोग करें।
0-उल्टी-दस्त हो रही है। शरीर कमजोर हो गया है?
-शरीर में पानी की कमी न होने दें। नीबू, चीनी, पानी का घोल पीएं। घर से निकलते समय शरीर को ढककर निकलें। तेज धूप से बचाव करें।
इन लोगों ने पूछे सवाल
श्याम प्रसाद (लक्ष्मी नगर-कंचनपुर), अमन कुमार सिंह (खजुरी), ज्ञानती पांडेय (रोहनिया), सुनीता तिवारी (पांडेयपुर), अंशुमान मालवीय व निशा गोस्वामी (महमूरगंज), अनूप रावत (तेलियाबाग), प्रमोद कुमार (लमही), मनीष गुप्ता (सप्तसागर), संजय यादव (सोयेपुर), अनिल सिंह (सारनाथ), अमलेश शुक्ला (मंडुआडीह), रामाश्रय मौर्या (जाल्हूपुर), तनुसा जायसवाल (ब्रह्मानंद नगर), राजू भारती (मुगलसराय सेंट्रल कालोनी)।
हर संक्रमण से बचाएगी सफाई
वर्षा के संक्रमण काल में चार तरह के संक्रमण हो सकते हैं। इसमें वायरल, बैक्टीरियल, फंगल व प्रोटोजोअन शामिल हैं। इनमें सभी का संबंध ताजा व साफ खाना-पानी व हवा से है। इसमें शरीर की सफाई भी प्रमुख है। ऐसे में पानी उबाल कर पीएं। गर-बाहर सफाई रखें। कूलर-एसी की सीधी हवा से बचें। सोते समय एसी का तापमान 24 से 26 के बीच रखें। खाना खाने से पहले हाथ साबुन से जरूर धोएं। अधिक तेल-मसाले से निर्मित भोजन से परहेज करें। जंक फूड का सेवन कत्तई न करें। खुले में रखे कटे हुए फल व सामान को खाने से बचें। सब्जियों को धोकर बनाएं। नियमित एक घंटे व्यायाम करें।