Move to Jagran APP

पूर्वांचल में लगातार हो रही बरसात के बीच धान खरीद केंद्रों में खुले में रखी धान की बोरियां भीगीं

पूर्वांचल में दो दिनों से लगातार रह रहकर जारी बरसात की वजह से खेत खलिहान ही नहीं बल्कि जमाकर रखे गए अनाज भी अब प्रभावित हो रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 12:29 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 04:22 PM (IST)
पूर्वांचल में लगातार हो रही बरसात के बीच धान खरीद केंद्रों में खुले में रखी धान की बोरियां भीगीं
पूर्वांचल में लगातार हो रही बरसात के बीच धान खरीद केंद्रों में खुले में रखी धान की बोरियां भीगीं

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में दो दिनों से लगातार रह रहकर जारी बरसात की वजह से खेत खलिहान ही नहीं बल्कि जमाकर रखे गए अनाज भी अब प्रभावित हो रहे हैं। बुधवार से जारी बरसात की वजह से रखरखाव के अभाव में पूर्वांचल के कई सहकारी समितियों व खुले में धान खरीद केंद्र में रखी धान की बोरियां भी भीग गईं। इससे पूर्व भी सर्दी में दो बार हुई बरसात में काफी धान की बोरियां भीग कर खराब हो चुकी हैं। कई जगहों पर पॉलीथिन और तिरपाल से ढंककर बोरियाें को रखा गया मगर फ‍िर भी खुले स्‍थानों से बरसाती पानी ने प्रवेश कर धान को खराब कर दिया। 

loksabha election banner

पूर्वांचल में कई जिलों में बदहाल स्थिति में रखी धान की बोरियां भीग चुकी हैं। इसी कड़ी में मीरजापुर जिले में सोनपुर सहकारी समिति में बारिश के पानी से धान से भरी हुई बोरियां 24 घंटों से भींग रही हैं वहीं धान क्रय केंद्र मवई कलां में बारिश के चलते तिरपाल से ढंकने के बाद भी सैकड़ों कुंतल धान की बोरियां भीग चुकी हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की नाक के नीचे लगातार रखरखाव के अभाव में धान की बोरियां भीग कर खराब हो रही हैं मगर कोई भी अधिकारी रखरखाव का जिम्‍मा लेने के लिए सामने नहीं आ रहा है।

इससे पूर्व भी हुई बरसात में भीगी धान की बोरियाें में धान से नमी के बीच अंकुर निकल आया और पूरी बोरियां खराब हो गईं। वहीं धूप न निकलने से भीगी धान की बा‍ेरियों में नमी की वजह से फफूंद लगकर भी कई जगह बाेरियों के खराब होने की सूचना है। इसके साथ ही खराब हो चुका अनाज भी अब किसी काम का न होने की वजह से जहां इनकी आपूर्ति होगी वह भी खराब अनाज का नुकसान झेलने को विवश होंगे। आगे भी मौसम विभाग की ओर से बारिश की आशंका के बीच प्रशासन‍ की निगाह से धान की खराब होती बाेरियां अगर नहीं दिखीं तो किसानों की उपज सरकारी देखरेख में बर्बाद होनी तय है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.