पूर्वांचल में सुबह हुई तेज बारिश, ओले भी गिरे, आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत व दो झुलसे
पूर्वांचल में मंगलवार की भोर में मौसम का एक बार पुन मिजाज अचानक बदल गया बादलों की गड़गड़ाहट के बीच झमाझम बारिश हुई। आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत व दो झुलस गर्इ।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में मंगलवार की भोर में मौसम का एक बार पुन: मिजाज अचानक बदल गया बादलों की गड़गड़ाहट के बीच झमाझम बारिश हुई। कई इलाकों के ओले भी पड़े। सुबह बरसात के बाद तेज हवा भी शुरू हो गई। दिन में करीब दस बजे के बाद धूप भी निकल गई है। पानी बरसने से सड़कों व गलियों में किचड़ होने व कुछ जगहों पर जल जमाव से लोगों को दिक्कत हो रही है। आकाशीय बिजली गिरने से चंदौली में एक महिला की मौत हो गई तो सोनभद्र में मां-बेटी झुलस गई है। इस बारिश से दलहनी- तिलहनी व आम की फसल को नुकसान हुआ है।
पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव आया
मौसम विज्ञानी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के अनुसार पिछले पांच दिनों से पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में बदलाव आया है। 21 फरवरी को रिमझिम बारिश के साथ तेज हवाएं चली। इसके बाद से आसमान में बादल उमड़ घुमड़ रहे थे । मंगलवार की भोर में बादलों की गड़गड़ाहट की भी जमकर बारिश हुई । कई चक्रों में ओले भी पड़े। तेज हवाओं के चलते कुछ किसानों की गेहूं की तैयार फसल गिर गई। मौसम विज्ञानी के अनुसार एक-दो दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी। मौसम के इस बदलाव से आम में मंजरियों के लिए नुकसान देय है। फूल ले रही सरसों की फसलों में माहों कीट के प्रकोप से नुकसान हो सकता है। इस संबंध में बागवान रामचंद्र ने बताया कि इस साल वैसे ही आम के पेड़ों में बौर कम ही दिखाई पड़ रहे है। बीच-बीच मे हो रही बरसात से मंजरियों में माहो लगने से जो कुछ है वह भी झड़ जाएंगे।
ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
तीन दिन के अंतराल में दूसरी बार हुई बारिश एवं ओलावृष्टि से रबी की फसलों एवं सब्जी को काफी नुकसान पहुंचा है।मंगलवार को तड़के बारिश के साथ करीब बीस मिनट जमकर ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान दरवेपुर और मौधा क्षेत्र में हुआ है।कई सीमेंटेड छतों में टूटफूट होने और मड़ई गिरने से लोग परेशान रहे।ग्रामीण इलाकों में घर के बाहर बंधे पालतू पशुओं के चोटिल होने से पशु पालकों की चिंता बढ़ गयी। सिधौना हाल्ट पर ट्रेन का इंतजार कर रहीं कुछ महिलाएं भी ओला गिरने से चोटिल हो गयी। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट हुई है, जिससे एक बार फिर ठंडक लौट आई है। मंगलवार को तड़के बादलों की तेज गड़गड़हाट के साथ जोरदार बारिश हुई। उसके बाद कुछ देर के लिए गाजीपुर के खानपुर तेतारपुर करमपुर मौधा सिधौना बेलहरी सौना आदि गांवो में जमकर ओलावृष्टि भी हुई। ओलावृष्टि के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई। ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है क्योंकि उनकी सरसों व गेहूं की फसल खेतों में पक कर खड़ी है। बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं भी फसल के लिए नुकसान दायक साबित हो रही है। इस समय सरसों की फसल व गेहूं की फसल पक कर तैयार है। मार्च के शुरूआत में फसल की कटाई होनी है, लेकिन इससे पहले ही तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि किसानों की फसल को नष्ट कर रही है। इसके अलावा तेज हवाएं भी फसलों को नुकसान पहुंचा रही है।बारिश के बाद ठंडा हुआ मौसम पूरी तरह ठंडा हो गया है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।।
सब्जी, दलहन, तिलहन, गेहूं और सरसों की फसलें तहस-नहस
चंदौली के नक्सल प्रभावित क्षेत्र नौगढ़ में मूसलधार बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की रबी की फसल, दलहन, तिलहन, गेहूं, जौ, बाजरा, सब्जियों में टमाटर, गोभी, मिर्च, मटर, चना, आलू, बैगन आदि सब्जी किसानों को काफी क्षति हुई है। सोमवार की रात आकाश में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई। भोर होते होते बिजली की तेज गड़गड़ाहट होने लगी भोर के बाद सुबह एकाएक मूसलधार बारिश व ओलावृष्टि होने लगी । मटर के दाने से बड़े-बड़े बर्फ के टुकड़े गिरने लगे । जिससे किसानों के फलों को काफी नुकसान हुआ है और किसानों के सब्जी के खेतों में पानी भर गया। इससे क्षेत्र के किसान काफी मायूस नजर आए। ओलावृष्टि और बर्फबारी से सरसों के फूल टूट टूट कर खेतों में गिरने लगे। लगातार हो रही बारिश से किसानों की कमर टूट गई है। किसानों में भगवानदास, राजकुमार, सूरज बिंद, अमित बिंद, रामजी केसरी शिवशरण जायसवाल , लल्लन यादव, मुन्ना बनवासी, घुरहू बनवासी आदि ने कहा कि दैवीय आपदा के चलते भारी बारिश से हम किसानों की खेतों में लबालब पानी भी भर गए। मूसलधार बारिश ओलावृष्टि से हम सभी किसानों के अनाज और सब्जियों के खेतों को काफी क्षति हुई है। जिसका भरपाई कर पाना हम गरीब किसानों के लिए असंभव ही होगा।
आकाशीय बिजली से महिला की मौत, मां बेटी झुलसी
चंदौली के बलुआ थाना क्षेत्र के सढ़ान गांव निवासी सर्फुद्दीन की पत्नी राबिया बेगम की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गयी । राबियाअल सुबह हो रही बारिश को देख बाहर भीग रहे उपले को अंदर सुरक्षित रखने हेतु गयी इतने में आकाशीय विजली की चपेट में आ गयी। सोनभद्र के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के परसौना गांव मे मंगलवार की सुबह आकाशीय बिजली की चपेट में आने से इंद्रावती (40) और उसकी पुत्री अन्नू (14) झुलस गई। उन दोनों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद एएलएस की सहायता से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। शिवधारी ने बताया कि इस घटना में उसके दो बैल और एक बछिया आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मर गए। घटना की सूचना पर राजस्व निरीक्षक बलवीर सिंह अस्पताल पहुंचे और उन्होंने स्थिति से तहसीलदार को अवगत कराया।