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ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन पूजन मामले में जिला जज के पास फ‍िर पहुंचा प्रार्थना पत्र

Gyanvapi masjid shivling वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन पूजन की स्‍वामी अविमुक्‍तेश्‍वरानंद की मांग पर अदालत में सोमवार को सुनवाई हुई। वहीं दंडी स्‍वामी भी मौन व्रत रखकर अपना विरोध जता रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 06 Jun 2022 03:03 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jun 2022 05:42 PM (IST)
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग के दर्शन पूजन मामले में जिला जज के पास फ‍िर पहुंचा प्रार्थना पत्र
अदालत में सोमवार को शिवलिंग की पूजा मामले में सुनवाई हुई।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। ज्ञानवापी परिसर में कमीशन कार्यवाही के दौरान मिले शिवलिंग पर दर्शन-पूजन करने की मांग को लेकर अनशनरत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से दाखिल प्रार्थना पत्र सोमवार को विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) अनुतोष शर्मा की अदालत में दोपहर दो बजे सुनवाई शुरू हुई। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से वकील अरुण कुमार त्रिपाठी ने अपना पक्ष रखा। सुनवाई के दौरान अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद की ओर से भी अदालत में वकील भी मौजूद रहे। 

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वहीं शाम को प्रभारी जनपद न्यायाधीश/ विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की प्रार्थना पत्र को जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेश के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। प्रभारी जनपद न्यायाधीश अनुतोष शर्मा ने अपने आदेश में कहा है कि प्रार्थना पत्र की प्रकृति और विषयवस्तु को दृष्टिगत रखते हुए जिला जज द्वारा सुनवाई किया जाना न्यायोचित होगा।

अविमुक्तेश्वरानंद के समर्थन में डंडी स्वामियों ने रखा मौन व्रत : ज्ञानवापी आदि विशेश्वर शिवलिंग की पूजा करने को लेकर अन्न जल त्यागकर केदारघाट स्थित श्रीविद्या मठ में अनशनरत स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के समर्थन में असि के मुमुक्षु भवन में रहने वाले दंडी स्वामियों और गंगा सेवा अभियान के लोगों ने एक दिवसीय मौन धरना दिया। मौन धरने के पश्चात वहां मौजूद अखिल भारतीय दंडी संन्यासी महासभा के महामंत्री स्वामी ईश्चरानन्द तीर्थ ने बताया कि आदि विशेश्वर प्रकट हो चुके हैं। न्यायालय की दृष्टि में भगवान तीन वर्ष के माने जाते है। अतः उन्हें पूजा भोग एवं आरती से वंचित रखना करोड़ों सनातनियों व भगवान शिव के साथ अन्याय है।

प्रशासन तत्काल शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को अथवा योग्य पुजारी भेजकर पूजन भोग आरती संपन्‍न करावे। उन्होंने कहा कि तमाम दंडी संन्यासी अविमुक्तेश्वरानंद के अन्न जल त्याग तपस्या करने का समर्थन करते है।गंगा सेवा अभियान के भारत प्रमुख राकेश चन्द्र पांडेय ने कहा कि सरकार जनभावनाओं को समझते हुए तत्काल भोग आरती शुरू करावे। मौन व धरने में स्वामी ईश्वरानन्द तीर्थ, राकेश चन्द्र पांडेय, स्वामी केशवानन्द, स्वामी रामदेव आश्रम, गणेश जयसवाल स्वामी नारायण आश्रम सहित अन्य दंडी स्वामी मौन धरने में शामिल रहें।


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